जयपुरः राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ केंद्र सरकार की ओर से जारी कृषि अध्यादेश के विरोध में शुक्रवार को किसान मजदूर व व्यापारी संगठनों के बंद का आह्वान पर आज प्रदेश के अनेक जिलों में विरोध प्रदर्शन किए गये वहीं, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में वाहनों के पहिये पूरी तरह से थम गये।
जबकि अलवर में भी बीती रात विरोध प्रदंर्शन कर मशाल जुलूस निकाला गया। हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा में किसान आंदोलन के दौरान सूरतगढ़ हाईवे रोड बराड होटल के पास चक्काजाम कर दिया गया। जिसमें बड़ी संख्या में किसान मजदूर व्यापारियों ने भाग लिया। 2 घंटे का चक्का जाम सफल रहा।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीगंगानगर शहर के आसपास 4 कार्यपालक मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं, जो पुलिस जाब्ते के साथ तैनात रहा। चक्का जाम से निपटने के लिए जिले में 1000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। प्रत्येक थाना स्तर पर उनके एरिया में लगाए जाने वाले नाकों पर उसी थाने का स्टाफ तैनात रहेगा।
इसके अलावा जिला मुख्यालय के आस पास 250 पुलिसकर्मियों का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि और किसानों से संबंधित तीन अध्यादेश के विरोध में सादुलशहर क्षेत्र के किसानों ने गुरुवार को ट्रैक्टर रैली निकालकर प्रदर्शन करने के बाद एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
वहीं, ग्रामीणों ने ‘किसान बचाओ, देश बचाओ’ नारे लगाते हुए धरना भी दिया। लगभग 200 ट्रैक्टरों की रैली वेयर हाउस से शुरू होकर विभिन्न बाजारों और मार्गों से होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंची। किसानों, मजदूरों व व्यापारियों ने कृषि विधेयकों के विरोध में नेशनल हाइवे पर सूरतगढ़ बाईपास, पंजाब की ओर जाने वाली सड़क पर साधुवाली लिंक नहर के पुल और हनुमानगढ़ रोड पर बारहमासी पुल पर नाकाबंदी कर जाम लगा दिया है। श्रीगंगानगर के रोडवेज डिपो के प्रबंधक ने शुक्रवार को बसों को संचालन नहीं करने के निर्देश दिये वहीं निजी बसों का संचालन भी सवेरे से बंद रहा।