भोपाल/ग्वालियर: 'प्रदेश के औद्योगीकरण के मामले में ऐतिहासिक काम या तो गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था या फिर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कर रहे हैं। स्ट्रक्चर्ड इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात से की थी। उन्होंने ‘वाइब्रेंट गुजरात’ के नाम से इंडस्ट्रियल समिट आयोजित करने की एक वैज्ञानिक और व्यवस्थित शुरुआत की। इससे राज्य की राजधानी में बड़े स्तर पर इंडस्ट्रियल समिट आयोजित होती थीं और राज्य में व्यापक निवेश आता था। मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने राज्य के संतुलित विकास के लिए ‘क्षेत्रीय निवेश कॉन्क्लेव’ की एक नई और दूरदर्शी शुरुआत की है।
मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कॉन्क्लेव आयोजित करने और निवेश के भूमिपूजन का जो सिलसिला उन्होंने शुरू किया है, वह आने वाले समय में राज्य के संतुलित विकास के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।' यह बात केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 25 दिसंबर को कही। केंद्रीय मंत्री शाह पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जन्म जयंती के अवसर पर ग्वालियर में आयोजित ‘अभ्युदय : मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट’ को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 5,810 करोड़ रुपए लागत से औद्योगिक विकास परियोजनाओं-सड़क विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने 860 औद्योगिक यूनिट को 725 करोड़ रुपए की निवेश प्रोत्साहन सहायता राशि सिंगल क्लिक से वितरित की।
कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में बीते दो साल में हुए औद्योगिक विकास पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक और निवेश पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर प्रदेश में सायबर अपराधों को समुचित तरीके से हैंडल करने के लिए प्रदेश में ई-जीरो एफआईआर की शुरूआत भी की। दिल्ली के बाद ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है। उन्होंने मंच से चार निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र एवं लेटर ऑफ इंटेंट प्रदान किए। इस अवसर पर ग्वालियर जिले में 153.04 करोड़ रुपए की लागत वाले 57 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 23.79 करोड़ रुपए लागत के 13 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी किया गया।
हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज जो 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है, वह देखने में भले ही छोटा लगे, लेकिन किसी एक क्षेत्र के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। किसी क्षेत्र की जनता के लिए यह निवेश अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यदि राज्य का संतुलित विकास नहीं होता, तो राज्य आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं छिपी होती हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि, जैसे मालवा, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में कपास लंबे समय से किसानों की प्रमुख फसल रही है, लेकिन उन्हें उसका उचित मूल्य नहीं मिल पाता था। अब पीएम मित्र पार्क के आने से पारंपरिक क्षेत्रों में निवेश बढ़ा है और कपास फिर से किसानों के लिए एक लाभकारी फसल बन गई है।
देश के कोने-कोने से जुड़ने पर होगा लाभ
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता उसकी भौगोलिक लोकेशन है। यहां से पूरे देश के आधे हिस्से तक बहुत कम ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट में आपूर्ति संभव है। लेकिन, इस भौगोलिक लाभ का शत-प्रतिशत उपयोग तभी संभव है, जब राज्य में सिमेट्रिक इंडस्ट्री विकसित की जाए। दक्षिण से जुड़े जिलों में उद्योग स्थापित हों, दिल्ली से जुड़े जिलों, जैसे ग्वालियर में उद्योग लगें, और पश्चिमी क्षेत्रों जैसे धार और झाबुआ में भी औद्योगिक विकास हो। तभी मध्य प्रदेश को अपने भौगोलिक लाभ का वास्तविक फायदा मिलेगा। इसी सोच के साथ यह आयोजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया है। मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हू कि उनकी क्षेत्रीय इन्वेस्टमेंट समिट ने प्रदेश के चहुंमुखी विकास की एक मजबूत नींव रखी है।
सबसे तेज गति से विकास कर रहा मध्यप्रदेश
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश अब देश में सबसे तेज गति से विकास करने वाला राज्य बन गया है। बीते सालों की वैश्विक विद्रूपताओं (आर्थिकीय उतार-चढ़ाव) से विलग रहकर अनेकानेक चुनौतियों और संसाधनों के अभाव से उबरकर प्रदेश ने जिस रफ्तार से प्रगति की है, वह पूरे देश को अभिप्रेरित करती है। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सिंचाई, उद्योग, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सुधार, खनन, फार्मा, नवकरणीय ऊर्जा और वृहद संख्या में आधारभूत अवसंरचनाएं, हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश आज अग्रणी राज्यों की पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने अपनी नई सोच, उद्यमशीलता, प्रगतिशील दृष्टिकोण और नवाचारों के माध्यम से विकास के ऐसे मानक स्थापित किए हैं, जिनका अनुसरण अब अन्य राज्य भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और नि:संदेह यह तय है कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि में मध्यप्रदेश का योगदान सबसे बड़ा होगा। उन्होंने प्रदेश के नेतृत्व और प्रशासनिक क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण, स्पष्ट नीतियां और मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई देती है। इन्हीं सभी प्लस फैक्टर्स से ही मध्यप्रदेश ने इस साल देश में बड़ी संख्या में निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। इस मामले में मध्यप्रदेश ने देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
ग्वालियर ने देश को ऊर्जा और गति दी है
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री शाह ने कहा कि स्वर्गीय अटल की जयंती पर आयोजित अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट से राज्य के विकास को गति मिलेगी। ग्वालियर क्षेत्र ने सालों से देश को ऊर्जा और गति दी है। मुगलों के साथ संघर्ष के समय भी ग्वालियर क्षेत्र में थाना लगाया गया था। तानसेन के संगीत ने देश की सांस्कृतिक विरासत को नई गति दी है। इसी क्षेत्र में आजादी के कालखंड और देश की आजादी के बाद सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स में सर्वाधिक जवान देने का कार्य किया है। ग्वालियर की भूमि ने ही स्व. अटल जी को विराट व्यक्तित्व प्रदान किया है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सभा में हिन्दी में भाषण देकर हिंदी को गौरव दिलाया। स्व. अटल के नेतृत्व में ही देश में पहली बार जनजातीय कार्य विभाग बना और जनजातीय कल्याण को गति मिली। स्व. अटल जब प्रधानमंत्री बने तब देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को उतना महत्व नहीं दिया जाता था। उन्होंने देश को सड़क विकास परियोजनाओं को सौगात दी। उन्होंने देश को परमाणु संपन्न राष्ट्र बनाया। करगिल युद्ध में विजय उनके दृढ़ निश्चयी महान व्यक्तित्व की परिचायक है। वे राजनीति के महामानव थे, अजात शत्रु थे, वे सच्चे अर्थों में युग दृष्टा थे। केंद्रीय मंत्री शाह ने स्व. अटल जी के साथ-साथ पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती और श्री सी. राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें भी श्रद्धांजलि दी।
प्रगति के पथ पर दौड़ता मध्यप्रदेश
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि विपक्षी दलों की सरकार में मध्यप्रदेश एक बीमारू राज्य हुआ करता था। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर लेकर आए। अब मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश को विकसित राज्य बना रहे हैं। मध्यप्रदेश में सड़क एवं सिंचाई के लिए विकास कार्य हो रहे हैं। सिंचाई के रकबे में 17 प्रतिशत बढ़त हासिल हुई है। मध्यप्रदेश ने पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़कर सात बार लगातार कृषि कर्मण पुरस्कार जीता है। देश की केन्द्रीय और आकर्षक भौगोलिक स्थिति का शत-प्रतिशत दोहन करने के लिए इंदौर में एक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यह देश विदेश के निवेशकों और उद्योगपतियों को आकर्षित कर रहा है। आज मध्यप्रदेश के पास सरप्लस बिजली है। स्वच्छता में भी मध्यप्रदेश ने सबको पीछे छोड़ा है। मेट्रो परिचालन देश में सबसे सस्ता मध्यप्रदेश में है। प्रदेश में कृषि, टूरिज्म, उद्योग हर क्षेत्र में नए उद्योग-धंधे लगे हैं और नए स्टार्टअप भी विकसित हुए हैं। इन स्टार्टअप में से 50 प्रतिशत स्टार्टअप महिलाएं संचालित कर रही हैं। मध्यप्रदेश ने एक साल में 4.57 लाख से अधिक नई एमएसएमई यूनिट पंजीकृत करने का रिकॉर्ड बनाया है। मध्यप्रदेश लघु एवं कुटीर उद्योग में देश का कॉटेज इंडस्ट्री हब बनने जा रहा है।
किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि देश का पहला पीएम मित्रा पार्क फाइव-एफ के विजन पर आधारित है, इसका सर्वाधिक लाभ किसानों को ही मिलने वाला है। यहां फार्म से फाइवर, फाइवर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन एक्सपोर्ट तक की सभी व्यवस्था होगी। मध्यप्रदेश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उल्लेखनीय कार्य किया है। इस मामले में भारत जल्द ही दुनिया में ग्लोबल लीडर बनेगा। हम सेमीकंडक्टर सेक्टर में आत्मनिर्भर बनेंगे और इसका निर्यात भी करेंगे। भारत ने डिजिटल इंडिया में सबसे अधिक विकास किया है। सितंबर 2025 तक देश में 125 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं। यूपीआई के माध्यम से फिनटेक सेक्टर में बड़ी छलांग लगाई है। विश्व के कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन में 50 प्रतिशत भारत में हुए हैं। भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन निर्माण में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आज विश्व की 60 प्रतिशत वैक्सीन भारत में बनती है। खिलौनों के निर्माण और सैन्य उपकरणों के निर्माण में भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में 1 लाख 50 हजार किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं। देश में अब 163 हवाईअड्डे हैं। देश में 164 वंदेभारत ट्रेन हैं और इनके कलपुर्जे मध्यप्रदेश में बनेंगे। देश में 23 मेट्रो कनेक्टेड शहर हैं। आज देश की 2 लाख 14 हजार पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्टेड हैं। केन्द्रीय मंत्री शाह ने मध्यप्रदेश के युवाओं और निवेशकों से कहा कि वे बेहिचक मध्यप्रदेश में अपने उद्यम और उद्योग लगाएं। मध्यप्रदेश इतना अधिक फर्टाइल है कि यहां कुछ रुपया निवेश करके करोड़ों कमाए जा सकते हैं। इस दिशा में राज्य सरकार ने निसंदेह अभिनव पहल की है। मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय विकास और आर्थिक संतुलन में उद्योग एवं निवेश एक बड़ी भूमिका निभा रहा है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश गढ़ रहा निवेश, रोजगार और समावेशी विकास का नया मॉडल- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश निवेश, रोजगार और समावेशी विकास का एक नया मॉडल गढ़ रहा है। अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट से प्रदेश में औद्योगिक विस्तार को नई गति मिलेगी और युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब साकार होती संभावनाओं का अग्रणी केंद्र बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज का यह आयोजन प्रदेश के उज्जवल औद्योगिक भविष्य की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मध्यप्रदेश में निवेश हर मायने में फायदे का सौदा है। मध्यप्रदेश, देश का दिल होने के साथ-साथ देश की आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रमुख पड़ाव है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अनंत संभावनाएं लिए हुए है। देश के मध्य में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश व्यापार, व्यवसाय, उद्योग-धंधे लगाने से लेकर अपने उत्पाद को निर्यात करने के लिए एक अनुपम केंद्र बन रहा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने मध्यप्रदेश को “भारत का विकास और अवसरों का केंद्र” बताते हुए सभी निवेशकों से प्रदेश में निवेश जरूर करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आज उन चुनिंदा राज्यों में है, जहाँ प्राकृतिक संसाधन, उद्योग-अनुकूल नीतियां, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थिर शासन, सभी निवेशकों के लिए आदर्श वातावरण तैयार करते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश अपनी कई विशिष्ट पहचानों के कारण पूरे देश में अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 18 नई उद्योग-अनुकूल नीतियां, विस्तृत लैंड बैंक, भरपूर जल उपलब्धता, स्किल्ड मानव संसाधन, उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी और पारदर्शी प्रशासन निवेशकों को सर्वोत्तम वातावरण प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, फार्मा, आईटी और पेट्रोकेमिकल्स जैसे सभी प्रमुख सेक्टरों में निवेश के व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने निवेशकों को औद्योगिक सहयोग के साथ-साथ शिक्षा, अनुसंधान, संस्कृति, कौशल विकास, अवसंरचना और पर्यटन में साझेदारी के लिए आमंत्रित किया।
विश्व का विश्वसनीय विकास साझेदार बन रहा प्रदेश- मुख्यमंत्री डॉ यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के विश्वसनीय विकास साझेदार के रूप में स्थापित हो रहा है। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने निवेशकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश निवेशकों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। निवेशक भारत के दिल से जुड़े रहे। मध्यप्रदेश भी हमेशा निवेशकों के साथ सहयोग और साझेदारी करने में पीछे नहीं रहेगा। राज्य सरकार ने उद्योग एवं रोजगार वर्ष में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं।
उन्होंने कहा कि स्व. अटल राष्ट्रनीति के शिखर पुरुष एवं राजनीति के अजातशत्रु थे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में गरीब, किसान, महिला एवं युवाओं के कल्याण के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश इसी 11 दिसंबर को नक्सलवाद की समस्या से पूर्णत: मुक्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिये हर संभव कोशिश कर रही है। मध्यप्रदेश में 8.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतर रहे हैं। स्व. अटल की जयंती के अवसर पर प्रदेश के साथ-साथ ग्वालियर को भी बड़ी सौगातें मिल रही हैं।
ग्वालियर ने दुनिया को दी नई सोच- केंद्रीय मंत्री सिंधिया
इस मौके पर केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के अभ्युदय का समय है। ग्वालियर की धरती से आज प्रदेश के विकास को एक गति मिली है। उन्होंने ग्वालियर आए सभी निवेशकों एवं उद्योगपतियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रदेश का प्रवेश द्वार है। स्व. अटल जैसे मूर्धन्य राजनेता देने वाले इस शहर ने देश और दुनिया को नई सोच और नए विचार दिए हैं। यह दिवस स्व. अटल के सम्मान में केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व का दिवस है। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित यह ग्रोथ समिट विकास के एक मजबूत स्तंभ की स्थापना जैसा है। स्व. अटल के आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करते हुए आज विकास की ठोस नींव रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सुशासन किसी भी राष्ट्र की जड़ों को मजबूत करता है। जैसे वृक्ष की वृद्धि उसकी मजबूत जड़ों पर निर्भर करती है, उसी प्रकार देश का विकास सुशासन के आधार पर आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन आज सरकार की कार्यप्रणाली का मूल आधार बन चुका है। उन्होंने कहा कि देश में सुरक्षा, राष्ट्रीय एकता और कानून व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर सराहना मिली है। अनुच्छेद 370 के उन्मूलन के बाद देश में शांति और स्थिरता का वातावरण स्थापित हुआ है। नक्सलवाद और आतंकवाद के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई कर आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि यह दृढ़ नेतृत्व और स्पष्ट निर्णय क्षमता का परिणाम है स्व. अटल बिहारी वाजपेयी दूरदृष्टा नेता थे। उनके लिए राजनीति सत्ता प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि परिवर्तन और राष्ट्र सेवा का साधन थी। उनका जीवन संघर्ष, संवेदनशीलता और सिद्धांतों का अद्भुत संगम रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत जनसेवा और जनभागीदारी के माध्यम से वैश्विक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। यह विकास यात्रा स्व. अटल के विचारों और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व का सजीव उदाहरण है। स्व. अटल का जीवन, उनकी कविताएं और उनके विचार आज भी देश को दिशा देने का कार्य करते हैं। सुशासन और जनकल्याण ही किसी भी सरकार का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए। यही स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की सच्ची विरासत है।
औद्योगिक विकास को मिलेगी नई गति- विधानसभा अध्यक्ष तोमर
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि यह कार्यक्रम भारतरत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष के अवसर पर इस प्रकार का आयोजन होना वास्तव में सोने पर सुहागा है। इस अवसर पर जिले की औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन का कार्य संपन्न हो रहा है, जो क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा। साथ ही ग्वालियर द्वारा वर्ष 1905 से आयोजित होने वाले ऐतिहासिक ग्वालियर मेले का शुभारंभ भी किया गया है, जो स्थानीय परंपरा और आर्थिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण प्रतीक रहा है। आज के दिन अटल म्यूजियम का लोकार्पण होना गर्व की बात है। यह म्यूजियम श्रद्धेय अटल जी की स्मृतियों, विचारों और सार्वजनिक जीवन की झलक को संजोए हुए है।
उन्होंने कहा कि अटल म्यूजियम आने वाली पीढ़ियों को स्व. अटल के आदर्शों, मूल्यों और आचरण से परिचित कराएगा तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करेगा। यह केवल एक संग्रहालय नहीं, बल्कि विचार और प्रेरणा का केंद्र है, जो समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य करेगा।
भारत की आत्मा की आवाज थे स्व. अटल बिहारी वाजपेयी
वरिष्ठ विधायक एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि आज का दिन क्षेत्र के इतिहास में सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के पावन अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन अपने आप में विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी भारत की आत्मा की आवाज थे। उनका चिंतन, उनकी वाणी और उनका नेतृत्व राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने वाला था। स्व. अटल ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व और अथक परिश्रम से देश को विकास की नई दिशा दी और भारत को निवेश के लिए एक विश्वसनीय गंतव्य के रूप में स्थापित करने की मजबूत नींव रखी।
खंडेलवाल ने कहा कि स्व. अटल का जीवन, उनका आचरण और उनके आदर्श हम सभी के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हम सभी स्व. अटल के मूल्यों को आत्मसात करें और उन्हें अपने व्यवहार एवं सार्वजनिक जीवन में उतारने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल का एक-एक वाक्य हमारे जीवन के लिए आदर्श सूत्र की तरह है, जो हमें राष्ट्र, समाज और कर्तव्य के प्रति निरंतर प्रेरित करता रहेगा। युवाओं-उद्यमियों के सपनों को साकार करने का मंच है ये समिट
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने कहा कि भारत रत्न, भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती के पावन अवसर पर आयोजित अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पड़ाव सिद्ध होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में मध्यप्रदेश आज अपने औद्योगिक इतिहास के एक नए स्वर्णिम अध्याय की ओर अग्रसर है। यह कार्यक्रम केवल निवेश और परियोजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के युवाओं, उद्यमियों और श्रमिकों के सपनों को साकार करने का मंच है। विभिन्न उद्योगों और रोजगार योजनाओं के माध्यम से आत्मनिर्भर बने लाभार्थी आज हमारे समक्ष उपस्थित हैं, जो इस विकास यात्रा के प्रत्यक्ष साक्ष्य हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत ऊर्जावान युवा इस आयोजन से वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं और सभी संभाग स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे औद्योगिक विकास की यह भावना प्रदेश के हर कोने तक पहुंच रही है। प्रमुख सचिव सिंह ने बताया कि आज इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश में 1,118 नवीन औद्योगिक इकाईयों-परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है, जिनमें 2.17 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होना प्रस्तावित है। इन परियोजनाओं से 1,93,772 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जो समावेशी और संतुलित विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 5,010.1 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किए जा रहे औद्योगिक क्षेत्रों एवं अन्य महत्वपूर्ण अधोसंरचनात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन भी सम्पन्न हुआ। इनमें औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत 2,806.7 करोड़ रु., मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड के अंतर्गत 1,018.1 करोड़ रु., भवन विकास निगम के अंतर्गत 910.8 करोड़ रु. तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अंतर्गत 274.5 करोड़ रु. की परियोजनाएँ शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि वृहद उद्योगों और एमएसएमई इकाइयों को सशक्त बनाने के लिये 860 इकाइयों को 725 करोड़ रु. से अधिक की निवेश प्रोत्साहन सहायता भी इस मौके पर वितरित की जा रही है, इससे उद्योगों को गति और निवेशकों को विश्वास मिलेगा। सिंह ने बताया कि साइबर वित्तीय अपराधों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए ई-जीरो एफआईआर की सुविधा का शुभारंभ किया जा रहा है। साथ ही निवेशकों को प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं और उपलब्ध अवसरों की समग्र जानकारी देने के लिये कॉफी टेबल बुक तथा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी बुकलेट का भी विमोचन किया गया है। प्रमुख सचिव ने कहा कि यह आयोजन मध्यप्रदेश को औद्योगिक निवेश का एक भरोसेमंद और अग्रणी केंद्र बनाने की दिशा में एक सशक्त संदेश देता है।
भारत रत्न अटल जी की कलात्मक तस्वीर ने मोहा मन
ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित हुई “मध्यप्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट” के मुख्य मंच पर सजी भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य एवं भावपूर्ण तस्वीर (पोट्रेट) ने सभी अतिथियों का मन मोह लिया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित मंचासीन अतिथियों ने इस चित्र के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की। संयमित रंग-संयोजन, सूक्ष्म रेखांकन और मुखमंडल पर उकेरी गई सहज करुणा व राष्ट्रभाव ने अतिथियों को ठहरकर इस तस्वीर को देखने को विवश कर दिया। चित्र में स्व. अटल की दृष्टि भविष्य की ओर आश्वस्त होकर देखती प्रतीत हो रही थी। ऐसा लग रहा था मानो अटल जी विकास, संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का संदेश दे रहे हैं। श्रद्धेय अटल जी की यह प्रभावशाली तस्वीर शासकीय ललित कला महाविद्यालय, ग्वालियर के प्रो. एवं ख्यात चित्रकार उमेंद्र वर्मा द्वारा तैयार की गई है। यह चित्र ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान के आग्रह पर विशेष रूप से बनाया गया, ताकि समिट के मंच पर स्व. अटल की प्रेरणा सजीव रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में जल संसाधन एवं ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सामाजिक न्याय, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप, सांसद भारत सिंह कुशवाह, महेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, सांसद भिण्ड संध्या राय, सांसद मुरैना शिवमंगल सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। जेके टायर के प्रबंध निदेशक अंशुमन सिंघानिया, प्रबंध निदेशक ग्रीनको अनिल कुमार चलामला सेट्टी, एलेक्जर इंडस्ट्री के अध्यक्ष अरुण गोयल, दलित चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कामले, एलएनजे भीलवाड़ा समूह के चेयरमेन रिजू झुनझुनवाला, सर्विस एक्सपोर्ट काउंसिल के डायरेक्टर जनरल अभय सिन्हा, सीआईआई के अध्यक्ष आशीष वैश्य, रमनीक पॉवर के डायरेक्टर कम प्रमोटर आशीष त्रिवेदी, न्यू जील फैशन वियर के अध्यक्ष दीनबंधु त्रिवेदी, इनशोलेशन ग्रीन एनर्जी के अध्यक्ष मनीष गुप्ता, डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा, टोरेंट पॉवर के निदेशक जिगिश मेहता, गौतम सोलर प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम मोहंका, सागर ग्रुप के अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल, कॉस्मिक पीवी पॉवर के अध्यक्ष जेनीश घाऐल, मैकेन फूड के निदेशक अमिताभ बख्शी, प्रेस्टीज ग्रुप के प्रमोटर कम डायरेक्टर हिमांशु जैन, गोकलदास एक्सपोर्ट के डायरेक्टर प्रभास सिंह सहित औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं उद्योगपति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पराली से गढ़ी अटल जी की प्रतिमा भेंट की
मध्यप्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पराली से निर्मित भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की आकर्षक प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। यह विशिष्ट एवं पर्यावरण–संवेदनशील कलाकृति नव उद्यमी शुभम सिंह की क्राफ्ट कंपनी द्वारा तैयार की गई है। पराली जैसे साधारण कृषि अवशेष से साकार की गई अटल जी की यह प्रतिमा रचनात्मकता, पर्यावरण संरक्षण व नवाचार का संदेश दे रही थी। दूसरी ओर, कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने चार निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र एवं लेटर ऑफ इंटेंट प्रदान किए। इनमें मैक्केन ग्रुप के डायरेक्टर अमिताभ बक्शी, एलएनजे (भीलवाड़ा समूह) के चेयरमैन रिजु झुनझुनवाला, ग्रीन वेंट प्रालि के आशीष कुमार उपाध्याय तथा नेचर्स बायो फूड्स के वाइस प्रेसिडेंट राजेश जायसवाल शामिल हैं।