दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालगुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को घेरने के लिए व्यापक तैयारी कर रहे हैं। यही कारण है कि पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह के गृह प्रदेश गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी व्यापक रणनीति के तहत काम कर रही है।
इसी क्रम में शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश की मौजूद भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि गुजरात बदलाव की मांग कर रहा है और इसके लिए आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जल्द ही जनता के बीच उनकी बातों को समझने के लिए मार्च निकालेंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस संबंध में ट्वीट करके कहा, “गुजरात बदलाव की मांग कर रहा है। जल्द ही मनीष सिसोदिया जी गुजरात में मार्च निकालेंगे। बस अब परिवर्तन होना चाहिए।”
हालांकि केजरीवाल की घोषणा में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि मनीष सिसोदिया कब के गुरजार का भ्रमण करने वाले हैं, लेकिन दिल्ली के सीएम की इस घोषणा के बाद से प्रदेश की भाजपा सरकार में खासी गहमागहमी की आशंका जताई जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कांग्रेस सरकार के खिलाफ “बदलाव” का नारा देकर उतरे थे और शीला दीक्षित को दिल्ली की सत्ता से बेदखल किया था। इसी तरह आप ने अन्य राज्यों में भी दांव आजमाया था लेकिन उसे पंजाब छोड़कर किसी अन्य राज्य में सफलता नहीं मिली है। गुजरात के चुनाव में दिल्ली के “शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और रोजगार के मॉडल को मुद्दा बनाते हुए अरविंद केजरीवाल नरेंद्र मोदी के किले सेंधमारी का प्रयास कर रहे हैं।
आप का कहना है कि वो दिल्ली की तर्ज पर गुजरात में भी बदलाव करेंगे और लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों का समाधान करेंगे। आप की इस पूरी चुनावी कवायद में एक बात और दिलचस्प है कि वो खुद को राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों के साथ एक साथ मुकाबला करती हुई नजर आ रही है।
इसके लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि राज्य में सभी को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा, प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, हर युवा को नौकरी, बेरोजगारों को 3,000 रुपये का मासिक बेरोजगारी भत्ता देंगे।