आप ने हरियाणा सरकार से यमुना बैराज को दिल्ली सरकार को सौंप देने की मांग की, जाम दरवाजों को बताया बाढ़ का जिम्मेदार
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: July 16, 2023 19:20 IST2023-07-16T19:19:09+5:302023-07-16T19:20:37+5:30
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यमुना बैराज को दिल्ली सरकार को सौंप देने की मांग की है। ITO बैराज के 5 गेट ना खुलने की वजह से रेग्यूलेटर टूटे और यमुना का जलस्तर बढ़ गया।

आप ने यमुना बैराज को दिल्ली सरकार को सौंप देने की मांग की
नई दिल्ली: यमुना के बढ़े जलस्तर और आईटीओ स्थित यमुना बैराज को लेकर दिल्ली की सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार पर फिर से निशाना साधा है। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यमुना बैराज को दिल्ली सरकार को सौंप देने की मांग की है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, "7 दिन बाद BJP शासित हरियाणा के सीएम खट्टर ने माना कि आईटीओ बैराज उनके अधीन है। ITO बैराज के 5 गेट ना खुलने की वजह से रेग्यूलेटर टूटे और यमुना का जलस्तर बढ़ गया। अब पोल खुलने के बाद BJP ने एक नया बहाना ढूंढ लिया कि दिल्ली सरकार ने मेंटनेंस नहीं की। जबकि 31 अगस्त 2017 को IAS केशव चंद्र ने हरियाणा को पत्र लिखा कि दिल्ली- हरियाणा पहले पंजाब में थे। जब अलग बने तो पंजाब ने ITO बैराज हरियाणा को दे दिया।"
7 दिन बाद BJP शासित Haryana के CM Khattar ने माना कि ITO बैराज उनके अधीन है
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ITO बैराज के 5 Gate ना खुलने की वजह से Regulator टूटे और Yamuna का जलस्तर बढ़ गया
अब पोल खुलने के बाद BJP ने एक नया बहाना ढूंढ लिया कि Delhi Govt ने Maintenance नहीं की
जबकि 31 Aug, 2017 को IAS Keshav… pic.twitter.com/DRtRKQFYkr
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, "ये कह रहे हैं कि निजी कंपनी ने पैसा नहीं दिया। कंपनी थर्मल पावर प्लांट चलाती थी, जो पानी के बदले पैसा देती थी। जब कंपनी ने पानी लेना बंद कर दिया तो इन्हें पैसा देना भी बंद कर दिया। इनका उनसे करार ख़त्म हो गया। मैं हरियाणा के सीएम खट्टर साहब से कहना चाहता हूँ कि अगर आपकी नीयत में खोट नहीं है तो अब बैराज दिल्ली सरकार को दे दो।"
ये कह रहे हैं कि Pvt Company ने पैसा नहीं दिया।
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Company थर्मल पावर प्लांट चलाती थी, जो पानी के बदले पैसा देती थी
जब कंपनी ने पानी लेना बंद कर दिया तो इन्हें पैसा देना भी बंद कर दिया।
इनका उनसे करार ख़त्म हो गया।
मैं Haryana के CM Khattar साहब से कहना चाहता हूँ कि अगर आपकी… pic.twitter.com/ShUnuhwuzx
बता दें कि यमुना के पानी से दिल्ली के कई इलाके डूब चुके हैं। पानी को निकालने के सबसे जरूरी है कि आईटीओ बैराज के 5 जाम गेट खोल दिए जाएं जिससे आम जनता को थोड़ी राहत मिले। लेकिन सालों से बंद पड़े ये गेट इतने जाम हो चुके थे कि लाख कोशिशों के बाद भी सेना की टीम केवल एक गेट खोल पाई। इसके बाद गेट खोलने के लिए नौसेना की मदद ली जा रही है।
आईटीओ ब्रिज बैराज के 32 गेट हैं, जिसे हरियाणा सरकार संचालित किया जाता है। इनमें से पांच गेट बंद हैं, जिससे पानी की निकासी बाधित हो रही है। इसे लेकर ही आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।
दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने इससे पहले आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली को जानबूझकर डुबाया गया, हथिनीकुंड बैराज से अतिरिक्त पानी केवल दिल्ली भेजा गया। हथिनीकुंड बैराज से केवल दिल्ली के लिए पानी छोड़ा गया जबकि पश्चिमी नहर के लिए कोई पानी नहीं छोड़ा गया।
इसके जवाब में बीजेपी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में यमुना को साफ करने के लिए 6,800 करोड़ रुपये खर्च हुए। ये जो डिसिल्टिंग का काम है इरिगेशन डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है। तो पहले ये बताइए कि आप यमुना की डिसिल्टिंग क्यों नही कर पाए?