केजरीवाल सरकार ने 3 साल में 21 करोड़ खर्च कर 344 लोगों को दिया रोजगार
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: August 23, 2018 11:47 IST2018-08-23T11:47:12+5:302018-08-23T11:47:12+5:30
बेरोजगारों को रोजगार देने का दम भरने वाली केजरीवाल सरकार ने अब तक तीन सालों में केवल 344 बेरोजगारों को रोजगार देने काम किया है।

फाइल फोटो
नई दिल्ली, 23 अगस्त: जनता के हितों के लिए बनी आम आदमी पार्टी से इन दिनों उनके कई अहम सहयोगी दूरी बना रहे हैं। वहीं बेरोजगारों को रोजगार देने का दम भरने वाली केजरीवाल सरकार ने अब तक तीन सालों में केवल 344 बेरोजगारों को रोजगार देने काम किया है।
विधानसभा के रोजगार अध्यक्ष के जवाब में ये बात सामने आई है। खबर के अनुसार मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने रोजगार कार्यालय में हुए नौकरियों के पंजीयन के आधार पर आप सरकार के रोजगार विभाग से जानकारी मांगी थी। जिसका जवाब पार्टी की ओर से लिखित रूप में देते हुए विभाग अध्यक्ष ने बताया है कि 2015 में 176, 2016 में 102 व 2017 में 66 लोगों को रोजगार पार्टी की ओर से दिया गया है।
साथ ही ये भी बताया गया है कि इनमें से किसको सरकारी विभाग में क्या पद दिया गया है। इतना ही नहीं ये भी बताया गया है कि सरकार की ओर से अब तक के कार्यकाल में रोजगार विभाग में कुल 21.53 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। जब रोजगार विभाग में कुल 2.87 लाख लोगों मे पंजीकरण करवाया था, जिसमें केवल 8 हजार को नियोक्ताओं को भेजे गए। कुल मिलाकर 344 को नौकरियां मिली हैं। जिसनें 177 में कंडक्टर, वॉटरमैन व टेम्प्रेपरी पर ज्वाइनिंग हुई है।
अब तक रोजगार विभाग की ओर से 7 रोजगार मेले भी लगाए गए हैं, जिनमें करीब 357 कंपनियों ने भागीदारी की और इन्होंने 78 हजार आवेदकों में 30, 680 को शार्टलिस्ट भी किया , लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि इनमें से कितनों को नौकरी मिली इसका जवाब विभाग के पास मौजूद नहीं है। वहीं, इन मेलों पर 33.11 लाख रूपए सरकार का खर्च हुआ है। रोजगार पैदा करने को लेकर जवाब दिया गया है कि इसका जिम्मा उनका नहीं है। साथ ही और भी रोजगार से शिक्षा को जोड़ने वाले भी कई सवाल किए गए जिनका जवाब विभाग की ओर से दिया गया है।