एक सर्जिकल या एयर स्ट्राइक पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए नाकाफी: पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा
By भाषा | Published: April 22, 2019 03:29 AM2019-04-22T03:29:31+5:302019-04-22T03:29:31+5:30
‘‘राजनीति से परे: नये सुरक्षा घोषणापत्र पर बहस’’ शीर्षक पर परिचर्चा के दौरान अपनी रिपोर्ट ‘‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति’’ की विशेषताएं बताते हुए सेना के पूर्व जनरल ने कहा, ‘‘एक सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए काफी नहीं है।’’ यह चर्चा थिंकटैंक ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ ने आयोजित की थी।
सेना के पूर्व प्रमुख कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा ने रविवार को कहा कि एक सर्जिकल या एयर स्ट्राइक पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए पर्याप्त नहीं है। गौरतलब है कि हुड्डा ने सितंबर 2016 में नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारत के सैन्य अभियान की निगरानी की थी।
‘‘राजनीति से परे: नये सुरक्षा घोषणापत्र पर बहस’’ शीर्षक पर परिचर्चा के दौरान अपनी रिपोर्ट ‘‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति’’ की विशेषताएं बताते हुए सेना के पूर्व जनरल ने कहा, ‘‘एक सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए काफी नहीं है।’’ यह चर्चा थिंकटैंक ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ ने आयोजित की थी।
इसी परिचर्चा में, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने कहा कि पाकिस्तान का व्यवहार बदलने के लिए भारत को भी पड़ोसी देश के प्रति अपना व्यवहार बदलना चाहिए। पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि भारत-पाकिस्तान संबंधों को सामान्य करने के लिए कोई तरीका खोजा जाना चाहिए ताकि सुरक्षा तथा विभिन्न अन्य पहलुओं के संदर्भ में देश की ‘‘सबसे बड़ी बाहरी चुनौती’’ को जवाब दिया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम जो कुछ भी करें, हमें पाकिस्तान का व्यवहार बदलवाना है।
यानी हमें भी पाकिस्तान के प्रति अपना व्यवहार बदलना चाहिए। व्यवहार में बदलाव में समय लगेगा लेकिन हमें प्रयास करना चाहिए।’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘हम मजबूत सेनाएं युद्ध जीतने के लिए नही बल्कि युद्ध टालने के लिए बनाते हैं। अगर यह दिमाग में रखा जाए तो सबकुछ ठीक हो जाएगा।’’