नई दिल्ली: मणिपुर के हालात को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर विपक्षी दलों के 20 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य की स्थिति का जायजा लेने जाएगा। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से प्रेस कॉंन्फ्रेंस करके ये जानकारी दी गई कि 26 विपक्षी दलों के गठबंधन 'I.N.D.I.A' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस) के 20 सदस्यों का डेलिगेशन 29 जुलाई की सुबह मणिपुर जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "INDIA के 20 सदस्यों का डेलिगेशन कल सुबह मणिपुर जाएगा। ये डेलिगेशन वहां रिलीफ कैंप्स में लोगों से बात करेगा और फिर गवर्नर के समक्ष उनकी बात रखी जाएगी। हम मणिपुर में फिर से शांति कायम करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। विपक्षी पार्टियां मणिपुर पर लगातार चर्चा की मांग कर रही हैं। चर्चा के लिए नोटिस दे रही हैं, बैठक कर रही हैं, मीडिया के जरिए अपील कर रही हैं। राहुल गांधी जी समेत कई वरिष्ठ नेता मणिपुर गए। हमने कई बातों का खुलासा किया, जो सरकार द्वारा छुपाया जा रहा था।"
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा, "जब से मानसून सत्र शुरु हुआ है, हम लगातार मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। आज 47 सांसदों ने 267 के तहत नोटिस देकर चर्चा की मांग की, लेकिन चर्चा न लोकसभा में हो रही है और न राज्यसभा में। PM मोदी मणिपुर पर बात करने की बजाय दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सलाह दे रहे हैं। हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और मणिपुर पर चर्चा करें। पिछले 86 दिनों से मणिपुर में नरसंहार, हिंसा और बलात्कार हो रहे हैं। सरकार से लूटे हुए हथियार घर-घर, गली-गली पाए जा रहे हैं, जिसे अभी तक बरामद नहीं किया गया है। PM मोदी और NDA के अंदर न ही मणिपुर हिंसा को सुलझाने की इच्छा है और न ही क्षमता है।"
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मणिपुर के घरों में हथियार पाए जा रहे हैं। ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। पीएम मोदी को संसद में आकर बयान देना चाहिए और मणिपुर में शांति के लिए रोडमैप तैयार करना चाहिए।