बंगाल में 93 साल की श्रमिक नेता का शरीर कोविड शोध के लिये दान

By भाषा | Updated: May 20, 2021 21:36 IST2021-05-20T21:36:21+5:302021-05-20T21:36:21+5:30

93-year-old labor leader's body donated for Kovid research in Bengal | बंगाल में 93 साल की श्रमिक नेता का शरीर कोविड शोध के लिये दान

बंगाल में 93 साल की श्रमिक नेता का शरीर कोविड शोध के लिये दान

कोलकाता, 20 मई कोलकाता की 93 साल की श्रमिक नेता ज्योत्सना बोस देश की पहली ऐसी महिला बन गयी हैं जिनका शरीर चिकित्सा अनुसंधान के लिये दान किया गया है जिसमें मानव शरीर पर कोरोना वायरस के प्रभाव का पता लगाया जायेगा । बंगाल के एक गैर सरकारी संगठन ने इसकी जानकारी दी ।

गैर सरकारी संगठन 'गणदर्पण' ने यह भी बताया कि इस तरह के अनुसंधान के लिये शरीर दान करने वाली बोस पश्चिम बंगाल में दूसरी व्यक्ति हैं । बोस से पहले संगठन के संस्थापक ब्रोजो रॉय भी अपना शरीर अनुसंधान के लिये दान कर चुके हैं ।

संगठन ने बताया कि कोविड—19 से मौत के बाद उनके शव का एक सरकारी अस्पताल में पैथोलॉजिकल पोस्टमार्टम किया गया ।

बीमारी से पीड़ित एक अन्य व्यक्ति तथा नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ विश्वजीत चक्रवर्ती का शव भी अनुसंधान के लिये दान किया गया है और ऐसा करने वाले वह प्रदेश के तीसरे व्यक्ति हुये ।

बोस की पोती डॉ तिस्ता बसु ने बताया कि श्रमिक नेता को उत्तर कोलकाता के बेलियाघाट इलाके में एक अस्पताल में 14 मई को भर्ती कराया गया था जहां दो दिन बाद उनका निधन हो गया।

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Web Title: 93-year-old labor leader's body donated for Kovid research in Bengal

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