मध्यप्रदेश में पिछले तीन सालों में 93 बाघों की मौत
By भाषा | Updated: March 1, 2021 20:41 IST2021-03-01T20:41:10+5:302021-03-01T20:41:10+5:30

मध्यप्रदेश में पिछले तीन सालों में 93 बाघों की मौत
भोपाल, एक मार्च ‘टाइगर स्टेट’ का दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेश में पिछले तीन सालों में 93 बाघों के मौत हुई है।
कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार द्वारा विधानसभा में उठाये गये सवाल का लिखित जवाब देते हुए प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने सोमवार को यह जानकारी दी है।
शाह ने बताया कि मध्यप्रदेश में एक जनवरी 2018 से जनवरी 2021 की अवधि में बाघ अभयारण्यों, राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्यप्राणी अभयारण्यों में 93 बाघों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि इनमें से 25 बाघों की मृत्यु अवैध शिकार एवं शेष बाघों की मृत्यु प्राकृतिक कारणों जैसे बीमारी, आपसी लड़ाई, वृद्धावस्था आदि के कारण हुई है।
शाह ने बताया कि इस अवधि में बाघों के शिकार के 25 प्रकरण दर्ज किये गये हैं, जिनमें अभी तक 77 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि 31 जुलाई 2019 को जारी हुए राष्ट्रीय बाघ आंकलन रिपोर्ट 2018 के अनुसार 526 बाघों के साथ मध्यप्रदेश ने प्रतिष्ठित ‘टाइगर स्टेट’ का अपना खोया हुआ दर्जा कर्नाटक से आठ साल बाद फिर से हासिल किया है। इससे पहले, वर्ष 2006 में भी मध्यप्रदेश को 300 बाघों के होने के कारण ‘टाइगर स्टेट’ का दर्जा प्राप्त था। लेकिन कथित तौर पर शिकार आदि की वजह से वर्ष 2010 में बाघों की संख्या घटकर 257 रह गई थी, जिसके कारण कर्नाटक ने मध्यप्रदेश से टाइगर स्टेट का दर्जा छीन लिया था। तब कर्नाटक में 300 बाघ थे।
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