तेलंगाना का 800 पुराना काकतिय काल का रामप्पा मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल

By भाषा | Updated: July 25, 2021 22:05 IST2021-07-25T22:05:40+5:302021-07-25T22:05:40+5:30

800 old Kakatiya period Ramappa temple of Telangana included in UNESCO World Heritage List | तेलंगाना का 800 पुराना काकतिय काल का रामप्पा मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल

तेलंगाना का 800 पुराना काकतिय काल का रामप्पा मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल

हैदराबाद, 25 जुलाई केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने रविवार को बताया कि यूनेस्को ने तेलंगाना के मुलुगू जिले के पलमपेट में स्थित ऐतिहासिक रुद्रेश्वर मंदिर को विश्व धरोधर की उपाधि प्रदान की है। इस मंदिर को रामप्पा नाम से भी जाना जाता है।

रुद्रेश्वर मंदिर का निर्माण 1213 ईस्वी में काकतिय साम्राज्य के शासनकाल के दौरान कराया गया था। यह मंदिर रेचारला रुद्र ने बनवाया था जो काकतिय राजा गणपति देव के एक सेनापति थे। यह भगवान शिव को समर्पित मंदिर है और मंदिर के अधिष्ठाता देवता रामलिंगेश्वर स्वामी हैं।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, इसे रामप्पा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसका नाम इसके शिल्पकार के नाम पर रखा गया था जिन्होंने 40 साल तक मंदिर के लिए काम किया था।

केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने ट्वीट किया, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि यूनेस्को ने तेलंगाना के वारंगल के पालमपेट में स्थित रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल के तौर पर मान्यता दी है।” उन्होंने कहा, “राष्ट्र, खासकर, तेलंगाना के लोगों की ओर से, मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए आभार व्यक्त करता हूं।”

किशन रेड्डी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण, संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की विश्व विरासत समिति की बैठक 2020 में आयोजित नहीं की जा सकी थी और 2020 और 2021 के नामांकनों पर ऑनलाइन बैठक की एक श्रृंखला में चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि रामप्पा मंदिर पर रविवार को चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “उत्कृष्ट! सभी को बधाई, खासकर तेलंगाना की जनता को। प्रतिष्ठित रामप्पा मंदिर महान काकतिय वंश के उत्कृष्ट शिल्प कौशल को प्रदर्शित करता है। मैं आप सभी से इस शानदार मंदिर के परिसर में जाने और इसकी भव्यता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का आग्रह करता हूं।”

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने ऐतिहासिक रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता देने के यूनेस्को के फैसले की सराहना की। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, राव ने यूनेस्को के सदस्य राष्ट्रों, केंद्र सरकार को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

तेलंगना के पर्यटन मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने ट्विटर पर कहा, “यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि काकतिय युग के 800 साल पुराने रामप्पा मंदिर को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित किया गया है।”

किशन रेड्डी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की पूरी टीम को रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल बनाने की दिशा में उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी और विदेश मंत्रालय का भी उनकी कोशिशों के लिए आभार जताया।

काकतियों के मंदिर परिसरों की एक विशिष्ट शैली, तकनीक और सजावट है जो काकतिय मूर्तिकार के प्रभाव को प्रदर्शित करती है। काकतिय धरोहर न्यास (केएचटी) के न्यासी एम पांडुरंगा राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वे विश्व धरोहर स्थलों की सूची के लिए भारत के नामांकन में रामप्पा मंदिर को शामिल कराने के लिए 2010 से तेलंगाना राज्य पुरातत्व विभाग और एएसआई के साथ मिलकर इसका प्रस्ताव देने वाला एक डोजियर तैयार कर रहे थे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: 800 old Kakatiya period Ramappa temple of Telangana included in UNESCO World Heritage List

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे