मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मेडिकल टीम और पुलिस पर पत्थरबाजी करने वाले पांच आरोपी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद उनके संपर्क में आए नागफनी पुलिस स्टेशन थाने के 73 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। इन सभी पुलिसवालों को जिले के अलग-अलग होटलों में क्वॉरेंटाइन कर रखा गया है। 73 पुलिसकर्मियों को क्वॉरेंटाइन किए जाने के बाद इलाके में हड़कंप है। पुलिस अब उन पांच संक्रमित पाए गए लोगों को भी क्वॉरेंटाइन करने वाली है। ये पांचों कोरोना संक्रमित पाए गए उन 17 गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं। जिन्हे पुलिस ने 15 अप्रैल को मेडिकल टीम और पुलिस पर पत्थरबाजी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने कहा कि सभी 73 पुलिस कर्मियों को अलग-अलग जगहों पर क्वॉरेंटाइन किया गया है। इसके साथ ही उनके नमूनों को टेस्ट के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा, "हमारे पास नागफनी पुलिस स्टेशन में स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त स्टाफ है।"
मुरादाबाद पथराव मामले में पुलिस ने 17 लोगों को किया गिरफ्तार, 7 महिलाएं भी शामिल
मुरादाबाद जिले में 15 अप्रैल को पथराव मामले में मेडिकल टीम और पुलिस के 4 लोग जख्मी हो गए थे। इस मामले में सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान ड्रोन कैमरे की मदद से की थी। लॉकडाउन की वजह से यूपी में पुलिस ड्रोन की मदद से लोगों पर नजर रख रही है। पुलिस का कहना है कि ड्रोन कैमरों की मदद से पकड़े गए लोगों की पहचान की गई थी। घटनास्थल के पास महिलाएं और पुरुष छत से पथराव करते देखे गए थे।
जानें क्या था पूरा मामला?
मुरादाबाद के नवाबपुरा क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति को पृथक केंद्र ले जाने के लिए आई एक मेडिकल टीम और उसकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों पर कुछ लोगों ने पथराव किया। इस वारदात में एक डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ के तीन लोग जख्मी हो गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमलावर लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्यवाही करने के आदेश देते हुए कहा कि पथराव में हुए सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई इन आरोपियों से की जाए। घटना में घायल डॉक्टर एस.सी अग्रवाल ने घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने अचानक हमला किया था।