नई दिल्ली, 01 अगस्तः असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की ओर से जारी अंतिम मसौदे में 40 लाख आवेदकों का नाम शामिल नहीं किया गया है। इस मुद्दे को जोर शोर से पंश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी उठा रही है, जिसका शोर संसद से लेकर राजीनित के गलियारों में सुनाई दे रहा है। वहीं, इस मसौदे में ऐसे लोगों का भी नाम शामिल नहीं किया गया है, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे।
दरअसल, भारत के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के भतीजे जियाउद्दीन अली अहमद ने दावा किया कि उनका नाम एनआरसी में नहीं है, जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने आश्चर्य जताया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जियाउद्दीन अली अहमद ने दावा कर कहा, 'एनआरसी सूची में हमारे नामों का उल्लेख नहीं किया गया है क्योंकि मेरे पिता (एकरामुद्दीन अली अहमद) के नाम का उल्लेख विरासत डेटा दस्तावेज में नहीं थी। मैं अपने चाचा (फखरुद्दीन अली अहमद) के परिवार के संपर्क में हूं।' बता दें, एकरामुद्दीन अली अहमद का परिवार असम के कामरुप जिले में रंगिया गांव में रहता है। फखरुद्दीन अली अहमद 24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक राष्ट्रपति रहे थे।
इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे आश्चर्य है कि हमारे पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवार के सदस्यों का नाम एनआरसीएसम सूची में नहीं हैं। इसके अलावा मैं क्या कह सकती हूं? ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनके नाम लिस्ट में नहीं हैं।'
वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार एनआरसी का अंतिम मसौदा प्रकाशित किया गया था, जिसमें 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.89 करोड़ के नाम शामिल किए गए।