Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के पवित्र गर्भगृह का शिलापूजन किया और कहा कि यह मंदिर ‘‘राष्ट्र मंदिर’’ और लोगों की आस्था का प्रतीक होगा। मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और राम मंदिर न्यास के सदस्यों की उपस्थिति में मंत्रोच्चारण के बीच गर्भगृह की आधारशिला रखी है।
इस दौरान आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘यह मंदिर लोगों की आस्था का प्रतीक होगा। यह एक राष्ट्र मंदिर होगा और इसका कार्य पूरी गति से आगे बढ़ेगा।’’ आपको बता दें कि आज से राम मंदिर के दूसरे चरण का काम शुरू हो रहा है। ऐसे में यह उम्मीद जताई जा रही है कि यह गर्भगृह का काम भी इसी साल दिसंबर में खत्म हो जाएगा।
यूपी के सीएम योगी ने क्या कहा
अयोध्या मंदिर के गर्भगृह के शिलापूजन करते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘‘भक्तों का 500 वर्ष का तर्पण समाप्त होने जा रहा है और अब यहां मंदिर होगा।’’ इससे पूर्व, उप मुख्यमंत्री मौर्य ने कहा, ‘‘राम मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो चुका है और दूसरा चरण गर्भगृह की आधारशिला रखे जाने के बाद शुरू होगा।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद शुरू किया गया और निर्माण का पहला चरण पूर्ण हो गया है। दूसरा चरण गर्भगृह की आधारशिला रखे जाने के साथ शुरू होगा।’’
उप मुख्यमंत्री मौर्य ने क्या कहा
मौर्य ने कहा, ‘‘आज राम भक्तों के लिए बहुत ही हर्ष का दिन है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस मंदिर के निर्माण का साक्षी बन रहा हूं। मुझे राम मंदिर आंदोलन का सिपाही बनने का भी मौका मिला और अब राम मंदिर निर्माण देखकर मैं बहुत प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूं।’’
फूल और दीपों से सजाया गया है मंदिर
इससे पहले, पवित्र गर्भगृह के निर्माण को लेकर बड़ी संख्या में भक्तों के बीच उत्साह देखा गया। गर्भगृह का निर्माण कार्य बुधवार से प्रारंभ होने के बीच यहां उत्सव जैसा वातावरण बना हुआ है। इसी तरह का उत्साह अयोध्या के अन्य मठों एवं मंदिरों में भी दिखाई दिया और अयोध्या नगर के द्वार से लेकर नगर के भीतर मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और दीपों से सजाया गया है।
2024 तक बन जाएगा मंदिर
आपको बता दें कि जिस तेजी मंदिर निर्माण का काम चल रहा है, उससे यह कहा जा रहा है कि यह गर्भ गृह का निर्माण इसी साल दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। यही नहीं यह भी आशा की जा रही है कि मंदिर के निर्माण का काम 2024 तक पूरा कर दिया जाएगा। जानकारी की मुताबिक, 2024 तक इसके काम को पूरा करके मकर संक्रांति के दिन मंदिर को स्थापित करने की बात सामने आ रही है।