सेना की भर्ती में 50 उम्मीदवारों के दस्तावेज पाए गए फर्जी, 4 लाख रुपये तक दलालों को देने की हुई थी बात
By भाषा | Published: September 20, 2019 06:10 AM2019-09-20T06:10:47+5:302019-09-20T06:10:47+5:30
विज्ञप्ति में कहा गया कि लग रहा है कि इस घोटाले की जड़े गहरी है और दलाल उत्तरी मैदान के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले उम्मीदवारों को बरगला रहे हैं। इनमें से कई देशभर में आयोजित रैली में दिखते हैं जिनके पास फर्जी दस्तावेज हैं जो हर राज्य की अर्हता के अनुरूप है।
पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में सेना की भर्ती रैली में शामिल होने आए उम्मीदवारों में से करीब 50 को फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़ा गया। सरकार की ओर से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। फर्जी दस्तावेजों में आधार कार्ड, शैक्षणिक और जन्म प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं जिसे उत्तर प्रदेश और बिहार के उम्मीदवारों ने जमा कराया गया था।
अधिसूचना के मुताबिक सैनिकों की तकनीकी श्रेणी, नर्सिंग सहायक, पशु चिकित्सा, सामान्य ड्यूटी, लिपिक, स्टोर कीपर और ट्रेडमैन पदों पर भर्ती होनी थी। अधिसूचना के मुताबिक पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुड़ा, हुगली और 24 परगना जिलों के उम्मीदवारों को ही भर्ती में शामिल होने के लिए कहा गया था। उत्तरी 24 परगना जिले के बैरकपुर में 15 से 20 सितंबर के बीच भर्ती रैली आयोजित की गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया कि लग रहा है कि इस घोटाले की जड़े गहरी है और दलाल उत्तरी मैदान के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले उम्मीदवारों को बरगला रहे हैं। इनमें से कई देशभर में आयोजित रैली में दिखते हैं जिनके पास फर्जी दस्तावेज हैं जो हर राज्य की अर्हता के अनुरूप है।
बयान में कहा गया, ‘‘ उम्मीदवारों ने बताया कि उन्होंने दलालों को फर्जी दस्तावेजों के लिए 2,000 से 25,000 रुपये का भुगतान इस करार के साथ किया था कि नियुक्ति होने पर एक लाख से चार लाख रुपये और देंगे।’’ इनमें से कई प्रत्याशियों को पेशेवर दलालों ने झांसे में लिया और रैली से पहले ही फर्जी दस्तावेज बनाने और निवास प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए कोलकाता पहुंच गए थे।
बयान के मुताबिक उम्मीदवारों से फर्जी दस्तावेज के साथ उनके मेाबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं । भर्ती अधिकारी एस हेमंत नाथ ने बैरकपुर पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है।