पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर इन 6 राज्यों ने लिया बड़ा फैसला, मिल सकती है महंगाई से राहत
By आदित्य द्विवेदी | Published: September 26, 2018 08:22 AM2018-09-26T08:22:55+5:302018-09-26T09:41:34+5:30
Petrol & Diesel Price Today's Updates: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर उत्तर भारत के पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों ने बैठक की।
नई दिल्ली, 26 सितंबरः पूरे भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। जिसका असर रोजमर्रा की अन्य चीज़ों पर महंगाई के रूप में देखा जा रहा है। इससे निपटने के लिए उत्तर भारत के पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों ने बैठक की। इस बैठक में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में एकरूपता लाने पर चर्चा की गई।
इस बैठक में हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल हुए। इनके अलावा उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में इस बात पर भी सहमती बनी की इन राज्यों में आबकारी नीति, ट्रांसपोर्ट परमिट और गाड़ियों के पंजीकरण से जुड़े करों में भी एकरूपता लाई जाए।
Haryana, Punjab, Himachal Pradesh, Uttar Pradesh, Delhi & union territory of Chandigarh agreed to move towards uniform fuel rates,in a meeting of Finance Ministers&officers of Northern States held in Chandigarh y'day.Participating states decided to constitute sub-committee for it pic.twitter.com/JFMfwA71fJ
— ANI (@ANI) September 26, 2018
इन राज्यों के अधिकारी 15 दिनों में एक रिपोर्ट तैयार करेंगे जिसमें तेल पर लगने वाले वैट पर फैसला लिया जाएगा। इसके अलावा बैठक में आबकारी से जुड़े सामान पर भी वैट में एकरूपता का सुझाव दिया गया। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऐसा होने से जहां एक ओर जनता को लाभ होगा, वहीं कालाबाजारी पर भी रोक लगेगी। इससे सरकारों के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
2015 में इन प्रदेशों ने मिलकर वैट की दरें समान करके जनता को राहत दी थी। माना जा रहा है कि इस बैठक के नतीजे भी जनता के लिए राहत साबित होंगे। फिलहाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पेट्रोल पर करीब 27 फीसद और डीजल पर 17 फीसद की दर से वैट लगाया जाता है। अगर दोनों पर रेट 3-4 पर्सेंट तक घटे तो कीमतें 2 रुपये तक कम हो जाएंगी।