कोरापुटः मजदूरी के रुपए नहीं मिलने पर ओडिशा के तीन मजदूर एक हफ्ते से अधिक दिनों तक बिना खाए-पिए बेंगलुरु से पैदल चलकर 2 अप्रैल को अपने घर कोरापुट (ओडिशा) पहुंचे। मजदूरों ने 26 मार्च को बेंगलुरु से यात्रा शुरू की और एक हफ्ते से अधिक दिनों तक 1000 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने घर पहुंचे। ये मजदूर करीब दो महीने पहले एक बिचौलिए की मदद से 12 लोगों के साथ ओडिशा से बेंगलुरु गए थे।
पीटीआई ने इन मजदूरों को राह चलते वीडियो शेयर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक ये मजदूर 1000 किमी तक का पैदल सफर कर आने को इसलिए मजबूर हुए क्योंकि काम के बदले इन्हें मार मिली। पीटीआई के मुताबिक इन मजदूरों ने काम के काम अपनी मजदूरी मांगी तो नियोक्ता ने इन्हें पीटा। इसके बाद इनके हाथ से काम भी चला गया। इनके पास न तो पैसा बचा था और ना ही खाने को घर में राशन। सिर्फ एक जोड़ी पानी की बोलत लेकर ये बेंगलुरु से निकल गए।
कोरापुट के पोट्टांगी ब्लॉक के पाडलगुडा इलाके में स्थानीय लोगों ने उन्हें देखा और कालाहांडी में उनके घरों तक पहुंचने में उनकी मदद की। मजदूरों ने बताया कि “हम पैसा कमाने और अपने परिवारों के भरण-पोषण के लिए बेंगलुरु गए थे। लेकिन काम खत्म करने के बाद उन्होंने वादा किए गए पैसे देने से इनकार कर दिया। जब हमने मांग की तो हमारे साथ मारपीट की गई। हम यातना सहन नहीं कर सकते थे, इसलिए हमने भागने और अपने घर वापस जाने का फैसला किया।''