राम माधव का दावा- जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद 200-250 लोग हैं नजरबंद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 1, 2019 08:04 AM2019-10-01T08:04:16+5:302019-10-01T08:04:16+5:30
सोमवार (30 सितंबर) को एक कार्यक्रम के दौरान राम माधव कहा कि नजरबंद लोगों को पूरे सम्मान के साथ रखा गया है, कुछ लोगों को फाइव-स्टार गेस्ट हाउस में तो कुछ लोगों फाइव-स्टार होटल्स में रखा गया है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महासचिव राम माधव ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद अब 200 से 250 लोगों को नजबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के दौरान करीब 2000 से 2500 लोगों को नजरबंद किया गया था
एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक राम माधव ने कहा कि इन लोगों को कानून के तहत नजरबंद किया गया है। सोमवार (30 सितंबर) को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि नजरबंद लोगों को पूरे सम्मान के साथ रखा गया है, कुछ लोगों को फाइव-स्टार गेस्ट हाउस में तो कुछ लोगों फाइव-स्टार होटल्स में रखा गया है।
वहीं, उन्होंने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 370 जब प्रभावी था, उसने जम्मू कश्मीर के निवासियों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित किया। इसके साथ ही माधव ने कहा कि विवादास्पद प्रावधान को मोदी सरकार द्वारा "लोकतांत्रिक" तरीके से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि 1950 के दशक में जब यह मुद्दा चर्चा में आया तो कांग्रेस की पूरी कार्यसमिति ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने के प्रस्ताव पर विरोध जताया था।
उन्होंने कहा हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस प्रावधान पर जोर दिया और कार्यसमिति के सदस्यों को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने पर सहमत होना पड़ा। माधव ने यहां राष्ट्रीय एकता अभियान द्वारा आयोजित एक व्याख्यान में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता और अन्य लोग जो जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि क्या इसके प्रावधान लोकतांत्रिक तरीके से लागू किए गए थे।