नई दिल्ली: आज पूरा देश नम आंखों से सीडीएस बिपिन रावत समेत हादसे के शिकार हुए शूरवीर योद्धाओं को अंतिम विदाई दे रहा है। जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार करीब 5 बजे दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर पर किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट ले जाया जा रहा है। सैन्य सम्मान के साथ जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी जाएगी। वहीं करीब 800 आर्मी के जवान सहित सैकड़ों लोग उनकी अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे।
इससे पहले उनके आवास 3, कामराज मार्ग पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश और दुनिया के महत्वपूर्ण व्यक्ति पहुंचे। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केन्द्रीय मंत्रियों समेत विपक्ष के नेताओं ने जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी है। उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस के राहुल गांधी सहित कई गणमान्य शामिल थे।
इस गमगीन मौके पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, जनरल रावत का जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमने इतने अच्छे सैनिक को खो दिया है। हम आशा करते हैं कि परमात्मा उनके परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दें।
वहीं केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने जनरल रावत के परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि देश ने एक बहादुर सैनानी और एक योग्य सेनापति को खोया है। ये ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। मैं दिवंगत आत्माओं के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।