बिहार में आज कोरोना के 13 नए मरीज मिले, राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 422
By अनुराग आनंद | Updated: April 30, 2020 19:29 IST2020-04-30T19:29:57+5:302020-04-30T19:29:57+5:30
बिहार में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 92 मामले मुंगेर में आए हैं जबकि पटना में 42, बक्सर में 40, रोहतास में 36, नालंदा में 35, सिवान में 30, गोपालगंज एवं कैमूर में 18—18 मामले सामने आए हैं।

कोरोना वायरस (फाइल फोटो)
पटना: बिहार में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 13 नये मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढकर 422 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि सीतामढी जिले में चार एवं रोहतास में दो मामले प्रकाश में आए हैं।
उन्होंने बताया कि सीतामढ़ी में कोरोना वायरस के चार मामलों में तीन पुरुष और एक महिला शामिल है। संजय ने बताया कि रोहतास में एक पुरूष और एक महिला के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है । बिहार के कुल 38 जिलों में से 29 जिलों में कोविड—19 के मामले सामने आए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 92 मामले मुंगेर में आए हैं जबकि पटना में 42, बक्सर में 40, रोहतास में 36, नालंदा में 35, सिवान में 30, गोपालगंज एवं कैमूर में 18—18, बेगूसराय एवं भोजपुर में 11—11, औरंगाबाद में आठ, गया एवं सीतामढी में छह-छह, भागलपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, पश्चिम चंपारण एवं दरभंगा में पांच-पांच सामने आए हैं।
13 new COVID19 positive cases reported in Bihar today, taking the total number of positive cases to 422: Bihar Principal Secretary-Health
— ANI (@ANI) April 30, 2020
शेष मामले अरवल, नवादा, लखीसराय, सारण , जहानाबाद, वैशाली, मधेपुरा आदि जिलों में आए हैं। बिहार में अब तक 23,149 नमूनों की जांच की जा चुकी है और इसके 65 मरीज ठीक हो चुके हैं।
इसके अलावा, बता दें कि लॉकडाउन में दूसरे प्रदेशों में फंसे बिहार के मजदूरों और छात्रों की वापसी को लेकर नीतीश सरकार ने नोडल ऑफिसरों को तैनात किया है। बिहार सरकार के ये अधिकारी संबंधित राज्यों से बातचीत और को-ऑडिनेट कर मजदूरों और छात्रों को वापस लायेंगे। बता दें कि लॉक डाउन की घोषणा के बाद बिहार के हजारों छात्र और लाखों मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए हैं। हालांकि ये नोडल ऑफिसर बिहारियों को वापस लाने की व्यवस्था नहीं करेंगे बल्कि दूसरे राज्यों के अधिकारियों से फोन पर बात करेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार सरकार ने जिन अधिकारियों को यह जिम्मेवारी सौंपी है, उनमें महाराष्ट्र और गोवा के लिए आदेश तितरमारे को जिम्मा दिया गया है। जबकि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के लिए पलका सहनी और शैलेंद्र कुमार जिम्मेवारी संभालेंगे।
उसी तरह जम्मू कश्मीर लद्दाख- शैलेंद्र कुमार, पंजाब- मानवजीत सिंह ढिल्लो, हरियाणा- दिवेश सेहरा, राजस्थान- प्रेम सिंह मीणा, गुजरात- बी कार्तिकेय. जबकि गुजरात- बी. कार्तिकेय, उत्तराखंड- विनोद सिंह गुंजियाल, उत्तर प्रदेश- विनोद सिंह गुंजियाल और अनिमेष पराशर। वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ- मयंक बरवडे, झारखंड- चंद्रशेखर. जबकि असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम- आनंद शर्मा।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना- राम चंद्र टूडू, तमिलनाडु और पांडिचेरी- के. सेंथिल कुमार। जबकि पश्चिम बंगाल- किम और केरला- सफीना एन., वहां के अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर बिहार के फंसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों को वापस बुलाने के लिए पहल करेंगे।