बर्खास्त किये गए 11 कर्मचारियों को वापस लिया जाए या आरोपों का जवाब देने का मौका दिया जाए: हुर्रियत
By भाषा | Published: July 12, 2021 06:07 PM2021-07-12T18:07:20+5:302021-07-12T18:07:20+5:30
श्रीनगर, 12 जुलाई मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जम्मू कश्मीर प्रशासन से कहा कि हाल में बर्खास्त किए गए 11 कर्मचारियों को वापस लिया जाए या उनके विरुद्ध लगाए गए आरोपों को चुनौती देने के लिए उन्हें एक मौका दिया जाए।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया था कि प्रशासन ने हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के बेटों समेत 11 कर्मियों को कथित तौर पर आतंकवादी समूहों के लिए काम करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया था। सलाहुद्दीन को अमेरिका द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया है।
हुर्रियत के प्रवक्ता ने कहा, “हुर्रियत कड़ी आपत्ति दर्ज कराता है और 11 सरकारी अधिकारियों की बर्खास्तगी की निंदा करता है। इस तरह से अब तक 20 से ज्यादा लोगों से सेवा से निकाल दिया गया है। देश की सुरक्षा की आड़ में यह न्याय और निष्पक्षता के सभी नियमों के विरुद्ध किया गया काम है।”
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की अविवेकपूर्ण कार्रवाई से नौकरी कर रहे लोगों में भी डर बैठ गया है और वे अपने भविष्य के प्रति चिंतित हैं। प्रवक्ता ने कहा, “हम सरकार से इस आदेश को वापस लेने या बर्खास्त किये गए लोगों पर लगे आरोपों को चुनौती देने के लिए उन्हें मौका देने की मांग करते हैं।”
जम्मू कश्मीर के बड़े राजनीतिक दलों जैसे नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भी इन कर्मचारियों की बर्खास्तगी की निंदा कर चुकी हैं।
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