कृपया भाड़ में जाइए: 'भारतीय भोजन एक मसाले पर आधारित' कहने वाले लेखक पर भड़कीं पद्मा लक्ष्मी
By अनिल शर्मा | Published: August 25, 2021 09:25 AM2021-08-25T09:25:27+5:302021-08-25T09:54:47+5:30
23 अगस्त को वाशिंगटन पोस्ट में जीन वेनगार्टन ने 'आप मुझे इन खाद्य पदार्थों को खाने के लिए नहीं कह सकते' ( यू कैन नॉट मेक मी इट दिज फूड्स) शीर्षक से एक विचार लेख लिखा था जिसमें उन्होंने उन खाद्य पदार्थों का जिक्र किया था जिन्हें वे खाना पसंद नहीं करते हैं।
भारतीय-अमेरिकी मॉडल व लेखक पद्मा लक्ष्मी ने वाशिंगट पोस्ट के लेखक जीन वैनगार्टेन की आलोचना की है जिन्होंने अपने कॉलम में भारतीय भोजन को 'एक मसाले पर आधारित' बताया था। लक्ष्मी ने अपने ट्विटर हैंडल पर करोड़ों भारतीयों की तरफ से जीन से कहा है कि आप भाड़ में जाइए।
On behalf of 1.3 billion people, kindly f**k off https://t.co/sXfHG1LeoC
— Padma Lakshmi (@PadmaLakshmi) August 23, 2021
23 अगस्त को वाशिंगटन पोस्ट में जीन वेनगार्टन ने 'आप मुझे इन खाद्य पदार्थों को खाने के लिए नहीं कह सकते' ( यू कैन नॉट मेक मी इट दिज फूड्स) शीर्षक से एक विचार लेख लिखा था जिसमें उन्होंने उन खाद्य पदार्थों का जिक्र किया था जिन्हें वे खाना पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने भारतीय भोजन को पूरी तरह से एक मसाले पर आधारित करार दिया था। जीन ने आगे कहा था कि अगर किसी को भारतीय करी पसंद है, तो उन्हें भारतीय भोजन पसंद है।
जीन के इस लेख के बाद उनकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। कई लोगों ने कहा कि लेखक का रुख नस्लवादी था। मिंडी कलिंग ने कहा कि किसी व्यंजन को नापसंद करने पर गर्व करना अजीब था।
वहीं भारतीय-अमेरिकी मॉडल व लेखक पद्मा लक्ष्मी ने जीन को ट्विटर पर भारतीय भोजनों के बारे में और पढ़ने की जरूरत है जैसी बात कही। पद्मा ने ट्वीट किया, ''1.3 अरब लोगों की तरफ से, कृपया भाड़ में जाइए...आपको वास्तव में मसालों और स्वाद के लिए शिक्षा की ज़रूरत है।"
यही नहीं पद्मा ने अपनी एक किताब का जिक्र किया और जीन से कहा कि आप इससे शुरुआत कर सकते हैं। पद्मा ने लिखा- मेरा सुझाव है कि मेरी पुस्तक "द इनसाइक्लोपीडिया ऑफ स्पाइसेस एंड हर्ब्स" से शुरुआत करें। न्यूयॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक्ट के पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा ने मजाक में कहा कि वह कभी भी वैनगार्टन के साथ डिनर नहीं करेंगे।
आलोचनाओं के बाद जीन माफी मांगी
वहीं सोशल मीडिया पर मिली आलोचनाओं को स्वीकार करते हुए वेनगार्टन ने कहा कि झटका मिलने के बाद वह एक भारतीय रेस्तरां में गए थे। उन्होंने कहा कि भोजन अच्छी तरह से तैयार किया गया था, फिर भी "जड़ी-बूटियों और मसालों से भरा हुआ था, मुझे सबसे ज्यादा घृणा है। मैं कुछ भी वापस नहीं लेता। हालांकि बाद में अपने लेख के लिए माफी मांगते हुए कहा, उन्हें पूरे व्यंजन के बजाय एक ही व्यंजन का नाम देना चाहिए था। उन्होंने व्यापक सामान्यीकरण के लिए माफी मांगी।