हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया ने 15वीं बार जीता खिताब, फाइनल में शूटआउट में हारा भारत
By विनीत कुमार | Published: July 1, 2018 09:27 PM2018-07-01T21:27:55+5:302018-07-01T21:57:45+5:30
ऑस्ट्रेलिया का ये 15वां चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब है, जबकि भारत ने ये टूर्नामेंट कभी नहीं जीता है।
ब्रेडा (नीदरलैंड्स), 1 जुलाई: ऑस्ट्रेलिया ने 37वें और आखिरी चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में रविवार को एक कड़े मुकाबले में भारत को हराकर खिताब जीत लिया। ऑस्ट्रेलिया का ये 15वां चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब है, जबकि भारत ने ये टूर्नामेंट कभी नहीं जीता है। मैच का फैसला शूटआउट से हुआ जिसमें भारत को 3-1 से हार मिली।
इससे पहले निर्धारित 60 मिनट के बाद ये मैच 1-1 से बराबरी पर छूटा। साल- 2016 में भी फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था और तब भी मैच का फैसला शूटआउट से हुआ था। बहरहाल, निर्धारित समय में ऑस्ट्रेलिया के लिए एकमात्र गोल 24वें मिनट में ब्लेक ग्रोवर्स ने दागा जबकि भारत की ओर से 42वें मिनट में विवेक प्रसाद ने गोल किया।
शूटआउट में चूका भारत
ऑस्ट्रेलिया की ओर से एरान जालेवेस्की ने पहला हिट लिया और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। भारत की ओर से पहला हिट लेने अनुभवी सरदार सिंह आए लेकिन वह चूक गए। यहीं से भारत पर दबाव बनना शुरू हो गया। इसके बाद बियेल ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से आगे कर दिया।
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इसके बाद भारत ने एक और मौका गंवाया। तीसरे हिट में भारत की ओर से हरमनप्रीत आए और उन्होंने गेंद को गोलपोस्ट में डालने में कामयाबी भी हासिल कर ली। हालांकि, इसमें उन्होंने 8 सेकेंड से ज्यादा का समय लिया और इसलिए इस गोल को अमान्य करार दिया गया। इसके बाद पूरी तरह से दबाव में आ चुकी भारतीय टीम के लिए गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया और दो शानदार बचाव किए।
वहीं, मनप्रीत ने भी अगले मौके को गोल में बदलकर भारत की उम्मीदें बरकरार रखी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की ओर से आखिरी हिट पर ब्लेक एडवॉर्ड्स ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया को 3-1 की जीत दिला दी और भारत का चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने का सपना तोड़ दिया।
भारत ने दी कड़ी टक्कर
इससे पहले, पहला क्वॉर्टर गोलरहित रहा। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे ही मिनट में अच्छा मूव बनाया लेकिन भारतीय डिफेंस ने उसकी कोशिश को नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने कुछ दबाव बनाया और इसका फायदा उसे 7वें मिनट में मिला। भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला हालांकि लेकिन टीम इसे गोल में नहीं बदल सकी। पहले क्वॉर्टर से दो मिनट पहले भी भारत के पास एक अच्छा मौका आता दिखा लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस से पार नहीं पा सके।
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दूसरे क्वॉर्टर में भी भारत ने अच्छी शुरुआत की। 16वें मिनट में सिमरनजीत ने सुनील को डी में एक अच्छा पास भेजा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के स्टिक से लगकर गेंद हवा में काफी ऊपर उछल गई और गोल की संभावना भी खत्म हो गई। 18वें मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन एक बार इसका कोई फायदा भारतीय खिलाड़ी नहीं उठा सके।
इस बीच 23वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के एक अटैक को भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने नाकाम किया। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया मैच का अपमा पहला पेनल्टी कॉर्नर जीतने में कामयाब रहा। इस मौके को ब्लेक गोवर्स ने भुनाया और ऑस्ट्रेलिया को 1-0 की बढ़त दिला दी।
इसके बाद लगातार बराबरी की कोशिश में जुटी भारतीय टीम को सफलता तीसरे क्वॉर्टर और मैच के 42वें मिनट में मिली। विवेक प्रसाद ने शानदार फील्ड गोल दागते हुए भारत को बराबरी पर ला खड़ा किया। तीसरे क्वॉर्टर तक 1-1 की बराबरी के बाद आखिरी 15 मिनटों में दोनों टीमों के बीच आगे निकलने की जबर्दस्त होड़ देखने को मिली लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली और आखिरकार फैसला शूटआउट से हुआ।
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