World Oral Health Day: ओरल कैंसर के कारण, लक्षण, बचाव और इलाज
By उस्मान | Published: March 20, 2018 07:51 AM2018-03-20T07:51:56+5:302018-03-20T08:56:31+5:30
World Oral Health Day पर जानिए कि कैसे आप अपनी जीवनशैली में थोड़े बदलाव करके इस खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं।
आज वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे है। हर साल 20 मार्च को मुँह से जुड़ी बीमारियों के प्रति आम लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए ये दिन नियत किया गया है। इस मौके पर आज हम आपको मुँह के कैंसर (ओरल कैंसर) के बारे में बताएँगे। ओरल कैंसर में मुंह के साथ-साथ होंठ और जीभ पर भी इसका असर पड़ता है। यह गाल, मुंह के तालु, मसूड़ों और मुंह के ऊपरी हिस्से में होता है। अध्ययन के अनुसार, यह कैंसर महिलाओं की तुलना में पुरूषों में अधिक होता है। स्मोकिंग और तम्बाकू चबाना ओरल कैंसर के प्रमुख खारण हैं। लगभग 90 फीसदी ओरल कैंसर के मरीजों में तम्बाकू का सेवन इसका बड़ा कारण पाया गया है। डॉक्टर के अनुसार, इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान नहीं होने की वजह से इस कैंसर से पीड़ित 70 से 80 फीसदी रोगियों का इलाज अंतिम स्थिति में पहुंचने पर होता है। डेंटिस्ट डॉक्टर प्रेरणा तनेजा आपको बता रही हैं कि ओरल कैंसर के लक्षण क्या होते हैं और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए।
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ओरल कैंसर के लक्षण
-मुंह में छाला होना और उससे गाल व मसूढ़े में सूजन व दर्द रहता है।
-मुंह खोलने में कठिनाई होती है। खानेपीने व सांस लेने में तो परेशानी होना
-गर्दन में गांठ बनने लगती है।
-हर समय गले में खराश रहती है।
-जीभ हिलाने पर तकलीफ होती है।
-आवाज साफ नहीं निकलती।
-दांत अचानक कमजोर हो जाते हैं और हिलने लगते हैं।
-मुंह के भीतर कुछ सफेद स्पॉट बन जाते हैं
-मुंह में जलन होने लगती है।
ओरल कैंसर से बचने के कुछ उपाय
1) तम्बाकू से बचें
अगर आप किसी भी प्रकार की तम्बाकू, सिगरेट, गुटखा आदि का सेवन करते है तो इससे जल्दी से दूरी बना लें। डॉक्टर्स के अनुसार, ये सभी नशीले पदार्थ ओरल कैंसर के लिए सबसे बड़े कारण होते है।
2) शराब से बचें
शराब का सेवन करने से शरीर में कई प्रकार की समस्याएं होती है, साथ ही साथ ओरल कैंसर होने का खतरा भी चार गुना हो जाता है, क्योंकि मुंह एल्कोहल की वजह से घायल हो जाता है और उसमें घाव बढ़ता जाता है।
3) ओरल हाइजीन है जरूरी
अगर आपके मुंह में छाले हैं या कोई घाव हो गया हों, तो उसे इग्नोर न करें, समय रहते डॉक्टर के पास जाएं और जांच करवाकर इलाज लें। अपने दांतों, ओठों और जीभ को साफ रखें।
4) हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज है जरूरी
हेल्दी डाइट लें। हरी सब्जी, दूध, दही और फल खूब खाएं। ग्रीन टी पिएं, इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है। नियमित भोजन करें। इसके अलावा नियमित व्यायाम करें, इससे आपकी इम्यूनिटी पॉवर में वृद्धि होगी और कोशिकाओं में अनियमति वृद्धि नहीं होगी।
ओरल कैंसर का उपचार
कैंसर का उपचार इसकी प्राथमिक जानकारी से शुरू होता है। अगर पहले चरण पर ही मुंह के कैंसर का पता चल गया तो इसका उपचार करना आसान होता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर सर्जरी ही एकमात्र रास्ता है. अगर कैंसर तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाए, तो कई डॉक्टर कीमोथेरेपी की सलाह देते हैं। कीमोथेरेपी के भी कई गलत अथवा नकारात्मक प्रभाव होते हैं जैसे उल्टी होना, बालों का गिरना इत्यादि। इसके अंतिम चरण एक विकल्प रेडियोथेरेपी है। इसमें मशीन की मदद से कंट्रोल्ड रेडिएशन ट्यूमर पर किरणें डालकर कैंसर की कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।