सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, गले की खराश से छुटकारा पाने के 10 असरदार घरेलू और आयुर्वेदिक उपचार
By उस्मान | Updated: December 14, 2020 11:54 IST2020-12-14T11:42:10+5:302020-12-14T11:54:05+5:30
सर्दियों में इम्यून सिस्टम कमजोर होने से संक्रमण का खतरा अधिक होता है

सर्दी खांसी के लिए घरेलू उपाय
सर्दियों का मौसम पूरे उफान पर है। इस मौसम में इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है। यही वजह है कि अधिकतर लोग सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, गले की खराश और संक्रमण का शिकार हो जाते हैं।
सर्दी से बचने और शरीर को रखने के लिए जिस तरह गर्म कपड़ों की जरूरत होती है, वैसे ही खाने-पीने का ध्यान रखना भी जरूरी है। सर्दियों में वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचने के लिए आपको अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
हम आपको कुछ आयुर्वेदिक उपचार बता रहे हैं जिनके जरिये आप अपने शरीर के मजबूत बनाकर सर्दियों की इन बीमारियों से खुद की हिफाजत कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कैसे।
तुलसी
जड़ी-बूटियों की रानी के रूप में जानी जाने वाली, तुलसी आयुर्वेद की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह खांसी से लड़ने में मदद करता है और प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। तुलसी का काढ़ा खांसी और सर्दी के लिए एक बेहतर घरेलू उपाय है। तुलसी के रोजाना सेवन से बैक्टीरिया और बीमारियां दूर रहती हैं।
मालिश
सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए आपको नियमित रूप से तेल से शरीर की मालिश करनी चाहिए। इससे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत बनता है। तंत्रिका तंत्र को शांत करने और प्रतिरक्षा को मजबूत करने के लिए अपने पैरों, हाथों, सिर की मालिश करें।
लंबी मिर्च
लंबी मिर्च को शहद के साथ खाने से कई रोगों से बचने में मदद मिल सकती है। यह मिश्रण न केवल उपचार प्रक्रिया को गति देता है बल्कि गले और सीने में जमा चिपचिपे बलगम से छुटकारा पाने में भी मदद करता है।
अश्वगंधा
अश्वगंधा को आयुर्वेद में सबसे शक्तिशाली जड़ी बूटियों में से एक माना जाता है। यह कीड़े और कीटाणुओं से लड़ सकता है और संक्रमण को ठीक कर सकता है। यह ठंड के लक्षणों से लड़ने में भी सहायक है। यह आमतौर पर टैबलेट या कैप्सूल के रूप में बाजार में उपलब्ध है।
हल्दी
पेस्ट बनाने के लिए शहद के साथ थोड़ा हल्दी पाउडर मिलाएं। हल्दी में कई औषधीय गुण हैं। यह कीटाणुनाशक है, विरोधी भड़काऊ है, और संक्रमण से लड़ने के लिए सहायक है। आप पेस्ट में काली मिर्च और घी को मिला सकते हैं।
दालचीनी
अगर नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें सूंघें जिससे छींक आएगी और धीरे-धीरे बंद नाक खुल जाएगी।
लौंग
जुकाम होने पर, दस ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग, थोड़ा नमक लें और सभी को पानी में मिलाकर, इसे उबालकर काढ़ा बनाएं। एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलेगा।
अदरक
तुलसी और अदरक इस मौसम में लाभदायक होते हैं। तुलसी में काफी उपचारी गुण समाए होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है।
अजवाइन का काढ़ा
अजवाइन के फायदे कई हैं। यह सर्दी-जुकाम के साथ बुखार से भी बचा सकता है। इसके लिए एक पैन में एक गिलास पानी डालकर उबालें। आधा चम्मच अजवाइन और थोड़ा गुड़ डालकर धीमी आंच पर पकाएं। इसके बाद गुनगुना कर सेवन करें। यह काढ़ा पेट के स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही खांसी की समस्या से भी राहत दिला सकता है।
तुलसी और लौंग का काढ़ा
तुलसी और लौंग के स्वास्थ्य लाभ गजब के हैं। इन दोनों से बनने वाला काढ़ा बुखार के साथ-साथ खांसी की समस्या से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर हो सकता है। यह काढ़ा जोड़ों के दर्द के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। इस काढ़ा को बनाने के लिए एक बर्तन में दो गिलास पानी को उबालें, और इसमें कुछ तुलसी की पत्तियां और लौंग डालकर धीमी आंच पर पकाएं। जब पानी आधा रह जाए तो गुनगुना कर इसका सेवन करें।


