WHO की चेतावनी, कुछ हफ्तों में दुनिया में सबसे ज्यादा हावी होगा डेल्टा वैरिएंट, जानें बचाव और रोकथाम के उपाय
By उस्मान | Updated: July 1, 2021 15:05 IST2021-07-01T15:05:40+5:302021-07-01T15:05:40+5:30
कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं

कोरोना वायरस डेल्टा वैरिएंट
कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेशक कमजोर हो गई है लेकिन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को एक बार फिर चिंतित कर दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आगाह किया कि आने वाले महीनों में यह बेहद संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे हावी स्वरूप बन जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं।
डेल्टा वैरिएंट को लेकर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी
डब्ल्यूएचओ ने 'कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट' में अद्यतन आंकड़े साझा करते हुए कहा कि 29 जून 2021 तक '96 देशों में डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए और संभव है कि वास्तविक आंकड़ें अधिक हों क्योंकि वायरस के स्वरूप पता लगाने के लिए जिनोम श्रंखला क्षमताएं भी सीमित हैं। इनमें से अनेक देशों ने कहा है कि डेल्टा स्वरूप के कारण उनके यहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।'
अगले महीनों में हावी हो सकता है डेल्टा प्लस
डेल्टा स्वरूप के अत्यधिक संक्रामक होने के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि इस स्वरूप के अन्य स्वरूपों के मुकाबले अधिक हावी होने और आगामी महीनों में सबसे अधिक प्रभावशाली स्वरूप बन जाने का अंदेशा है।
सबसे अधिक संक्रमक है डेल्टा
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए आज के समय में जो कदम उठाए जाते हैं वे डेल्टा समेत वायरस के अन्य चिंताजनक स्वरूपों के खिलाफ भी प्रभावी हैं। पिछले हफ्ते डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस अधानोम ग्रब्रेयेसस ने कहा था कि कोरोना वायरस के अब तक जितने भी स्वरूप की पहचान हुई है उनमें डेल्टा 'सबसे अधिक संक्रामक' है और यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है जिन्हें कोविड रोधी टीका नहीं लगा है।
96 देशों में फैल चुका है डेल्टा
उन्होंने कहा था कि कुछ देशों ने जन स्वास्थ्य एवं सामाजिक पाबंदियों में ढील दी है ऐसे में विश्व में संक्रमण के मामलों में बढोतरी देखने को मिली है। हाल के आंकड़ों के मुताबिक अल्फा स्वरूप के मामले 172 देशों, क्षेत्रों में सामने आए हैं, बीटा स्वरूप के मामले 120 देशों में, गामा स्वरूप के मामले 72 देशों में और डेल्टा स्वरूप के मामले 96 देशों (जिनमें से 11 नए देश हैं) में सामने आए हैं।
डेल्टा का अधिक जोखिम किसे है?
यूके के अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट अधिक खतरनाक है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड का दावा है कि कम उम्र के लोगों, बिना टीकाकरण वाले और आंशिक रूप से टीकाकरण वाले व्यक्तियों को संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
फरवरी की शुरुआत और मध्य जून के बीच 92,029 मामलों का मूल्यांकन किया गया जो डेल्टा संस्करण के थे। जिनमें से 82,500 मामले उन लोगों में सामने आए जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक थी और उनमें से अधिकांश का टीकाकरण नहीं हुआ था।
हालांकि, डेटा ने बताया कि डेल्टा प्रकार के कारण होने वाली मौतों के 117 मामले थे, जिनमें से अधिकांश 50 वर्ष से अधिक थे। अब तक, 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 6 लोग 50 से कम और बिना टीकाकरण वाले थे, जबकि 2 को आंशिक रूप से टीका लगाया गया था।
डेल्टा की रोकथाम के उपाय
- कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें।
- हो सके तो घर से बाहर ही न निकलें और अगर जा भी रहे हैं, तो मास्क पहनकर जायें और सैनिटाइजर साथ रखें।
- अपने मास्क और किसी भी चीज को छूने से बचें।
- संक्रमित लोगों और अन्य लोगों से कम से कम मीटर की दूरी बनाकर रखें।
- छींकते या खांसते समय अपने मुंह को रुमाल या टिश्यू पेपर से कवर करें और टिश्यू पेपर को सही जगह फेंके।
- अगर आपका स्वास्थ्य पहले से ही खराब है तो आप घर के अंदर ही रहें।
- स्मोकिंग से बचें और फेफड़ों को प्रभावित करने वाली चीजों से दूरी बना लें।
- कोरोना वायरस से बचने का सबसे आसान तरीका तो यह है कि अप बेवजह घर से बाहर ही न निकलें।