क्या टीका लगवाने के बाद भी कोरोना टेस्ट की जरूरत है, टीका लगवाने के बाद कोरोना का जोखिम कितना है ?

By उस्मान | Published: June 5, 2021 03:01 PM2021-06-05T15:01:09+5:302021-06-05T15:01:09+5:30

टीका लगवाने के बाद अगर किसी को कभी कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण महसूस होते हैं, तो क्या कोरोना की जांच करवाई जा सकती है

what happens if at all you contract the virus after vaccination? Does not getting tested put you or others at risk | क्या टीका लगवाने के बाद भी कोरोना टेस्ट की जरूरत है, टीका लगवाने के बाद कोरोना का जोखिम कितना है ?

कोरोना वायरस

Highlightsक्या टीका कोरोना का जोखिम कम करता हैकौन करा सकता है कोरोना की जांचटेस्ट नहीं कराने से क्या कोई जोखिम है

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन का अहम रोल है. फिर भी, यह काफी संभव है कि आप वैक्सीन लगवाने के बाद भी वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। टीके के मामले में एक बड़ा सवाल यह है कि टीका लगवाने के बाद अगर किसी को कभी कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण महसूस होते हैं, तो क्या कोरोना की जांच करवाई जा सकती है ? क्या जांच नहीं कराने से आपको कोई अन्य जोखिम हो सकते हैं ? 

टीका लगवाने के बाद कोरोना से संक्रमित होने की कितनी संभावना क्या है?
अभी जो टीके हैं, वे कोरोना जोखिम कारकों, गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता और मृत्यु दर को कम करने में प्रभावी साबित हुए हैं। हालांकि, यह एक पूर्ण समाधान नहीं है और संभावना है कि कोई व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित हो सकता है।

एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि टीका लगवा चुके लोगों में कम गंभीर परिणाम होते हैं या कुछ मामलों में, लक्षण बिल्कुल भी नहीं दिखा सकते हैं। आपके टीके के बाद कोरोना होने की संभावना इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप किस स्थान पर रहते हैं और आपने किस प्रकार का टीका लगवाया है।

परीक्षण की आवश्यकता क्यों नहीं है?
कोई व्यक्ति जो वायरस के संपर्क में आता है, उसे संक्रमण का अधिक जोखिम होता है. हालांकि टीका लगवाने के बाद जोखिम थोड़ा कम हो जाता है. इसका कारण यह है कि टीका लगवाने के बाद बन रही एंटीबॉडी संक्रामक रोगाणुओं लड़ती है।

सीधे शब्दों में कहें टीका नहीं लगवाने लोगों की तुलना में टीका लगवाने वाले लोगों में एंटीबॉडी होते हैं जो उसकी रक्षा करते है और इसलिए उन्हें संक्रमण का जोखिम थोड़ा कम होता है।

आगे चलकर इसका मतलब यह भी होगा कि टीका लगवाने वाले लोगों को बार-बार परीक्षण कराने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि उनके संक्रमित होने का जोखिम कम होता है।

परीक्षण की आवश्यकता किसे होगी?
हालांकि टेस्टिंग की केवल उन लोगों को सलाह दी जाती है जो किसी के संपर्क में आ चुके हैं लेकिन उनमें लक्षण नहीं दिख रहे हैं। बुखार या लगातार खांसी जैसे लक्षण दिखाने वालों के लिए निदान की आवश्यकता होगी।

यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि नियम अभी केवल उन लोगों पर लागू होता है जिन्हें दोनों टीके लग चुके हैं और दूसरा टीका लगे हुए 14 दिन से अधिक समय हो गया है।

आपको क्या करना चाहिए 
समय पर परीक्षण संक्रमण से लड़ने की कुंजी है। विशेषज्ञों का मानना है कि टीके लगाए गए लोगों के परीक्षण की आवश्यकता को मुक्त करने से नैदानिक प्रयोगशालाओं और स्वास्थ्य संबंधी संसाधनों पर पड़ने वाले दबाव में कमी आएगी।

Web Title: what happens if at all you contract the virus after vaccination? Does not getting tested put you or others at risk

स्वास्थ्य से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे