21 दिन केवल पानी पी कर रहा युवक, 13 किलोग्राम वजन कम किया, ये सही या खतरनाक? सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 2, 2024 04:30 PM2024-07-02T16:30:32+5:302024-07-02T16:33:39+5:30
अदीस मिलर के वीडियो के सामने आने के बाद इसकी चर्चा शुरू हो गई है कि वॉटर फास्टिंग सेहत के लिए सही है या नहीं। इसके स्पष्ट लाभों के बावजूद विशेषज्ञों ने बिना डॉक्टरी देखरेख के बिना किए जाने वाले जल उपवास से जुड़े जोखिमों के प्रति आगाह किया है।
नई दिल्ली: बढ़ा हुआ वजन कम करना और शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करना बहुत सारे लोगों की इच्छा होती है। लेकिन फैट बर्न करने के लाख जतन के बावजूद वजन कम नहीं होता। लेकिन कोस्टा रिका के नागरिक अदीस मिलर ने वजन घटाने को लेकर ऐसा दावा किया है जिससे इंटरनेट पर तहलका मच गया है।
अदीस मिलर ने कहा है कि 21 दिन के जल उपवास के दम पर उन्होंने 13.1 किलोग्राम (28 पाउंड) वजन लिया। अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर मिलर ने अपनी हर दिन की यात्रा का वीडियो साझा किया है। अदीस मिलर ने बताया है कि उन्होंने शरीर में वसा में 6% की कमी कर ली।
कोस्टा रिका के नागरिक अदीस मिलर के अनुसार वह 21 दिन बिना खाना और बिना नमक के केवल पानी पीकर रहे। उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में, मैंने 21 दिन का जल उपवास शुरू किया था। यह अनुभव वास्तव में मेरे लिए जीवन बदलने वाला था, और मैं अपनी यात्रा के कुछ अनमोल क्षणों को साझा करने के लिए उत्साहित हूं।
अब अदीस मिलर के वीडियो के सामने आने के बाद इसकी चर्चा शुरू हो गई है कि वॉटर फास्टिंग सेहत के लिए सही है या नहीं। इसके स्पष्ट लाभों के बावजूद विशेषज्ञों ने बिना डॉक्टरी देखरेख के बिना किए जाने वाले जल उपवास से जुड़े जोखिमों के प्रति आगाह किया है। भोजन के बिना लंबे समय तक रहने से विटामिन, खनिज और इलेक्ट्रोलाइट्स सहित पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
इसके परिणामस्वरूप कमजोरी, चक्कर आना या अधिक गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएँ हो सकती हैं। इसके अलावा, उपवास के दौरान अत्यधिक पानी का सेवन इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बाधित कर सकता है, जिससे निर्जलीकरण हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार लंबे समय तक उपवास करने से चयापचय भी धीमा हो सकता है क्योंकि शरीर ऊर्जा बचाता है। उपवास की अवधि समाप्त होने के बाद वजन फिर से बढ़ सकता है। मधुमेह, हृदय रोग या खान-पान संबंधी विकारों जैसी पहले से मौजूद चिकित्सीय स्थितियों वाले व्यक्तियों को विशेष रूप से सलाह दी जाती है कि वे ऐसा करने से बचें।
चूँकि अदीस मिलर की पोस्ट से सोशल मीडिया पर उत्सुकता और चर्चा को बढ़ावा मिल रहा है इसलिए स्वास्थ्य पेशेवरों और उत्साही लोगों के बीच जल उपवास की सुरक्षा और प्रभावकारिता पर बहस जारी है।