पिघलकर मरीज के कान से निकल रहा था दिमाग, डॉक्टरों की फटी रह गई आंखें
By उस्मान | Updated: December 19, 2018 14:09 IST2018-12-19T14:09:04+5:302018-12-19T14:09:04+5:30
लोगननाथन के दिमाग का कुछ हिस्सा कान के जरिए बाहर आ रहा था। हालांकि डॉक्टरों ने लंबी सर्जरी के बाद उस हिस्से को काटकर अलग करके कान का छेद भी बंद कर दिया है।

पिघलकर मरीज के कान से निकल रहा था दिमाग, डॉक्टरों की फटी रह गई आंखें
तमिलनाडु के चेन्नै के रहने वाले लोगननाथन (54) का करीब दस पहले एक्सीडेंट हुआ था। उस समय इलाज के बाद वो बेहतर महसूस करने लगे थे लेकिन उस हादसे का जो दुष्प्रभाव अब सामने आया है, उसे देख डॉक्टर भी हैरान हो गए हैं। बताया जा रहा है कि लोगननाथन के दिमाग का कुछ हिस्सा कान के जरिए बाहर आ रहा था। हालांकि डॉक्टरों ने लंबी सर्जरी के बाद उस हिस्से को काटकर अलग करके कान का छेद बंद कर दिया है।
क्या था मामला
लोगननाथन को कुछ समय पहले कान में मांस का कुछ हिस्सा उभरता हुआ महसूस हुआ। उसे अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती थीं। अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों को जांच में पता चला कि उसके कान में छेद है और उन्होंने सर्जरी के जरिए कान के छेद को बंद करने का फैसला किया। डॉक्टरों ने आठ घंटे की लंबी सर्जरी के बाद दिमाग के उस उभरते हिस्से को हटाकर छेद बंद कर दिया।
जानलेवा है यह बीमारी
डॉक्टरों के अनुसार, ऐसी स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। इस मामले में इन्फेक्शन का खतरा भी होता है। यह मामला हमारे लिए हैरान करने वाला था क्योंकि हम स्पष्ट रूप से नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर कान की छेद के रास्ते दिमाग का हिस्सा बाहर कैसे आ रहा था।
अक्सर सिरदर्द से परेशान रहते थे लोगननाथन
लोगननाथन को अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती थीं। वो पिछले एक वर्ष से लगातार सिर दर्द और कान दर्द से परेशान थे। कुछ डॉक्टरों ने इसे संक्रमण बताते हुए कुछ दवाएं दीं। यही नहीं इस संक्रमण को दूर करने के लिए वह सर्जरी से भी गुजरे। लेकिन कुछ महीने बाद ही उन्हें दूसरी समस्याएं महसूस होने लगीं। उनके दाहिने कान से पानी जैसे तरल पदार्थ के रिसाव के साथ ही उन्हें सिर में भी तेज दर्द रहने लगा।