क्या आपको नींद नहीं आती, पूरी रात बदलते रहते है करवट; अब और नहीं, अपनाएं 4-7-8 तकनीक और टेंशनफ्री होकर लें भरपूर नींद
By आजाद खान | Published: February 27, 2022 04:34 PM2022-02-27T16:34:50+5:302022-02-27T16:47:44+5:30
जानकारों का कहना है कि इस टेक्नीक के इस्तेमाल से आपको क्रेविंग, गुस्से और माइग्रेन की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
Night Sleeping Problem: अगर आपको भी रात को नींद नहीं आती है और सारी रात करवटें बदलकर बिताते हैं तो अब से परेशान होने की जरूरत नहीं है। आम तौर पर ऐसा देखा गया है कि लोग रात में सो नहीं पाते है। कई बार वे अपने कुछ निजी कारणों से या फिर कोई स्ट्रेस से उन्हें रात को नींद नहीं आती है और कई बार ऐसा देखा गया है कि लोगों की खराब आदतें भी उनके सही से नींद नहीं आने के कारण बन जाते हैं। ऐसे ऐसा क्या किया जाए जिससे जल्दी नींद आ जाए। यह एक बड़ा सवाल है, लेकिन आज हम इसी सवाल को जानने की कोशिश करेंगे।
नींद नहीं आने के कारण
राज में नींद नहीं आने के कई कारण हैं। सबसे बड़े कारण में हमारी गलत लाइफस्टाइल है। अकसर ऐसा देखा गया है कि लोग रात में जल्दी सोने के कारण फटाफट बिस्तर पर तो आते हैं, लेकिन वे सोते नहीं हैं। वे कुछ न कुछ कामों में रात को बिताते हैं जिससे उन्हें नींद नहीं आती है और धीरे-धीरे यह समस्या एक बीमारी का रूप ले लेती है। इसके साथ राज में जल्दी नींद नहीं आने का दूसरा कारण तनाव है। तनाव से भी लोगों की रात की नींद गायब हो जाती है और इससे उनके शरीर पर भी असर पड़ता है।
तो ऐसे में आइए जानते है 'ब्रीदिंग टेक्नीक' के बारे में जो आपको जल्दी नींद दिलाने में मदद करेगा। इससे आपको आराम की नींद आएगा और आपका सेहत भी बनेगा।
यह 'ब्रीदिंग टेक्नीक' क्या है
यह 'ब्रीदिंग टेक्नीक' वह टेक्नीक है जिसके इस्तेमाल से आपको जल्दी नींद आएगी। इस टेक्नीक के मदद से आप बिना किसी नींद की दवा को इस्तेमाल किए हुए अच्छी नींद बोला सकते हैं। इस टेक्नीक को आप उस समय भी इस्तेमाल कर सकते हैं जब आपकी नींद आधी रात में टूट जाती है। इससे आपको आधी रात में भी जल्दी नींद आएगी।
'ब्रीदिंग टेक्नीक' में क्या करना होता है
'ब्रीदिंग टेक्नीक' के अंदर आपको 4-7-8 के टेक्नीक को फॉलो करना पड़ता है। इस टेक्नीक को अपनाने से आपका दिमाग शांत होता है और इससे आपको जल्दी और अच्छी नींद आती है। इस 4-7-8 टेक्नीक के तहत पहले आपको 4 सेकेंड के लिए सांस लेनी पड़ती है, फिर 7 सेकेंड के लिए सांस को रोक कर रखनी पड़ती है। इसके बाद फिर 8 सेकेंड में आपको सांस को छोड़नी पड़ती है। इसके बाद यह टेक्नीक एक बार पूरा होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस टेक्नीक को कम से कम 6 हफ्ते तक करने से इसका सकारात्मक असर देखने को मिलता है।
क्या फायदे हैं 'ब्रीदिंग टेक्नीक'
'ब्रीदिंग टेक्नीक' के बहुत फायदें है। इससे दिमाग शांत रहता है और नींद भरपूर होती है। इससे इंसोमनिया की समस्या भी दूर होती है साथ में क्रेविंग, गुस्से और माइग्रेन की समस्या को भी कंट्र्रोल किया जा सकता है। इन सब के अलावा यह टेक्नीक हार्ट के मरीजों के लिए भी लाभकारी साबित होता है। इससे स्ट्रेस और एंग्जाइटी की समस्या भी ठीक होती है।