सर्दियों में ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने और हार्ट अटैक खतरा बढ़ जाता है। लेकिन एक नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि सर्दियों में एक खास दिन हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा होता है। यह खास दिन क्रिसमस इवनिंग है। स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर रात 10 बजे के आसपस हार्ट टैक पड़ने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। शोध में पाया गया कि इस समय हार्ट टैक का खतरा 37 फीसदी तक बढ़ जाता है।
इस अध्ययन में 16 साल के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि 75 वर्ष से ऊपर के लोग और डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को इसका अधिक खतरा होता है। शोधकर्ताओं ने ऐसे लोगों को क्रिसमस के दौरान खास ख्याल रखने की सलाह दी है। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि सुबह 8 बजे, नए साल, सोमवार और अन्य बड़े फेस्टिवल पर भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के उपाय1) हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए अपनी डाइट में ट्यूना या हेरिंग जैसे ओमेगा -3 फैटी एसिड में ताजे फल और सब्जियों, अनाज जैसे खाद्य पदार्थ शामी करें।
2) अपने खाने में नमक, सैचुरेटेड फैट, मिठाई, और लाल मीट आदि चीजों को कम कर दें। हाइड्रोजनीकृत या हाइड्रोजनीकृत वाली चीजों से बचने का प्रयास करें। इसके अलावा शराब और स्मोकिंग के सेवन से बचें।
3) सर्दियों में रोजाना फिजिकल एक्सरसाइज करें। इससे ब्लड प्रेशर कम कम होता है ब्लड फ्लो में सुधार होता है। आप वॉल्किंग, स्विमिंग आदि कर सकते हैं। इससे वजन भी कम होता है।
4) सुनिश्चित करें कि आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने की कोशिशि करें। इन स्थितियों को वजन कम करके कंट्रोल किया जा सकता है (यदि आप अधिक वजन रखते हैं)। अपनी डाइट में बदलाव करना और समय पर दवा लेना भी जरूरी है।
5) अपने घर के अंदर योग, मेडिटेशन आदि करें। सोने से पहले 2 मिनट के लिए गर्म पानी से भाप लें। इससे हाइ ब्लड प्रेशर,डायबिटीज और दिल के रोगियों को राहत मिलती है।
6) अगर आपको सांस फूलने की शिकायत को भी इस मौसम में बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सांस फूलने की परेशानी फेफड़ों में इन्फेक्शन के कारण भी हो सकती है।
सर्दियों में हार्ट अटैक के अन्य कारणसर्दियों में धुआं और प्रदूषण के कारण इन्फेक्शन और सांस लेने की समस्या ज्यादा होती है। इन दिनों बीपी बढ़ा रहता है और रक्त की आपूर्ति की कमी के कारण रक्त वाहनियां सिकुड़ जाती हैं। चूंकि इस मौसम में पसीना नहीं होता, अतिरिक्त पानी फेफड़ों में जमा होने से हार्ट फेलियर के मामले होते हैं। सर्दियों में ज्यादा कैलोरी वाली चीजें खाने से भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)