एक शोध में ये पाया गया है कि भारत में लगभग 10 में से 6 महिलाएं एनीमिया या खून की कमी से पीड़ित होती हैं। यही कारण है कि डॉक्टर ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां लेने की सिफारिश करते हैं।
गर्भवती महिलाओं में एनीमिया का प्रभाव अधिक होता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल व फाइबर आदि की जरूरत होती है। रक्त में लौह तत्वों की कमी होने से शारीरिक दुर्बलता बढ़ती है।
खून की कमी दूर करने के उपाय
चुकंदरचुकंदर आयरन का अच्छा स्त्रोत है। इसे रोज खाने, सलाद या सब्जी के तौर पर शामिल कर शरीर में खून की कमी दूर होती है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे, पालक, ब्रोकोली, पत्तागोभी, गोभी, शलजम और शकरकंद जैसी सब्जियां सेहत के लिए बहुत अच्छी होती हैं। वजन कम होने के साथ खून भी बढ़ता है। इनके सेवन से पेट भी ठीक रहता है।
ड्राई फ्रूट्ससूखे मेवे जैसे खजूर, बादाम और किशमिश, अखरोटच व खुबानी आदि का सेवन करना चाहिए। इनमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके अलावा इनके सेवन से कई अनर रोगों से भी मुक्ति मिलती है.
फलखजूर, तरबूज, सेब, अंगूर, किशमिश और अनार आदि का सेवन करने से भी खून बढ़ता है। अनार खाना एनीमिया में बेहद लाभदायक होता है। गर्भावस्था में प्रतिदिन अनार का सेवन करें।
आयरन की खुराकवे गर्भवती महिलाएं, जिनके शरीर में आयरन का स्तर ठीक होता है वे कम बीमार पड़ती हैं और उन्हें खांसी और जुकाम जैसे संक्रमणों की आशंका भी कम रहती है। ऐसी माओं के बच्चों को भी जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी होने की आशंका कम ही होती है और शिशुओं के एपगार स्कोर भी बेहतर होते हैं। इसलिये पर्याप्त आयरन की खुराक लें और आप और आपके शिशु दोनों के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करें।
खून की कमी के संकेत और लक्षण
खून की कमी होने पर आपको ज्यादा थकान महसूस होना, ऊर्जा की कमी, दिल की धड़कन का असामान्य होना, सांस की तकलीफ, सिरदर्द, ध्यान देने में मुश्किल, चक्कर आना, पीली त्वचा, पैर की मरोड़, अल्सर, गैस्ट्रिटिस, बवासीर, मल में खून आदि इसके लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
महिलाओं में खून की कमी के कारण
लड़कों की तुलना में लड़कियों को एनीमिया का अधिक जोखिम होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। पहला कारण यह है कि लड़कियां पीरियड्स के दौरान अधिक मात्रा में हर महीने रक्त खो देती हैं और कई लड़कियां लड़कों की तुलना में कम लाल मांस खाती हैं।
इसके अलावा लड़कियों की खराब डाइट का असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है। आजकल लड़कियां आयरन वाले खाद्य पदार्थों जैसे मीट, अंडे, सेरेल्स आदि का कम सेवन कर रही हैं।
इन चीजों को भी करें डाइट में शामिलनेशनल एनीमिया एक्शन काउंसिल के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में खून की कमी का सबसे बड़ा कारण है खराब खानपान है। यही वजह है कि एक्सपर्ट आयरन से भरपूर चीजें जैसे कलेजी, लाल मांस, झींगा, टोफू, पालक, बादाम, खजूर, मसूर, अनाज, बादाम, कस्तूरी, गाजर और शतावरी खाने की सलाह देते हैं।
आपको अपनी डाइट में आयरन लेवल बढ़ाने वाली चीजों को शामिल करना चाहिए जिसमें शामिल हैं मीट (चिकन और मछली), अनाज (ब्रेड और पास्ता), सूखे मेवे (खुबानी, किशमिश, प्रून), पत्तेदार हरी सब्जियां (पालक, कोलार्ड साग, केल), साबुत अनाज (ब्राउन चावल, गेहूं के रोगाणु, चोकर मफिन), सेम, मटर और नट्स और अंडे।