जिंदा रहने के लिए हर साल 8 लाख लोगों को चाहिए अंग, 10 लाख लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करेगा NOD
By उस्मान | Published: August 10, 2019 03:08 PM2019-08-10T15:08:55+5:302019-08-10T15:08:55+5:30
देश में हर साल लगभग 1.5 लाख लोगों की मृत्यु एक्सीडेंट से हो जाती है और लगभग 8 लाख लोगों को प्रतिवर्ष किसी न किसी अंग की आवश्यकता होती है किन्तु जागरूकता की कमी और अंगदान के बारे में जानकारी न होने के कारण लोगों की जान नहीं बच पाती है
अंगदान करने के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नयति मेडिसिटी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम में अंगदान से होने वाले लाभ के बारे में वक्ताओं द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपनी शैली के अनुसार कविताओं के रूप में कहा कि अगर हम करेंगे ऑर्गन डोनेशन, तो मजबूत हो जाएगा अपना नेशन।
उन्होंने कहा कि अपनी जिंदगी को अच्छा और शरीर को स्वस्थ व निरोगी बनाने के लिए नयति ने जो संकल्प किया है वो काफी अच्छा है, और अपने शरीर के अंगों को डोनेट करने के लिए आज का जो समारोह रखा गया है उसमें आकर बहुत खुश हूं।
इस अवसर पर नयति हैल्थकेयर की चेयरपर्सन राडिया ने कहा कि नयति की शुरुआत कान्हा जी की नगरी में हुई और अब इसी नगरी से नयति द्वारा नोड (नयति ऑर्गन डोनेशन) की शुरुआत की गई है, जिसके अंतर्गत लोगों को जागरूक कर उन्हें अंगदान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा नयति ब्रज क्षेत्र में पहला ऐसा अस्पताल है जो विश्वस्तरीय सुविधाओं एवं चिकित्सकों से सुसज्जित है, इसलिए हमारा कर्तव्य भी है कि अंगदान के प्रति लोगो में हम जागरूकता फैलाएं। यह एक ऐसा कार्य है जहां आपको पैसे नही खर्च करने, बस मन में किसी की जान बचाने का संकल्प लेना है।
उन्होंने खुद भी अंगदान करने का संकल्प लिया और नयति द्वारा 2021 तक 10 लाख लोगों को अंगदान करने के लिए प्रेरित करने का भरोसा दिया।
उन्होंने कहा कि देश में हर साल लगभग 1.5 लाख लोगों की मृत्यु एक्सीडेंट से हो जाती है और लगभग 8 लाख लोगों को प्रतिवर्ष किसी न किसी अंग की आवश्यकता होती है किन्तु जागरूकता की कमी और अंगदान के बारे में जानकारी न होने के कारण हम कई लोगों की जान बचाने से चूक जाते हैं, लोगो में जब तक जागरूकता नही फैलेगी तब तक जान बचाना बहुत मुश्किल है।
इस क्षेत्र में नयति पहला ऐसा हॉस्पिटल हैं, जहां हम किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा 2017 से लोगों को दे रहे हैं। आने वाले समय में हमारे यहां हार्ट और लंग्स ट्रांसप्लांट की सुविधा भी प्रारम्भ हो जाएगी।
ऑर्गन इंडिया के संस्थापक लाल जी गोयल ने कहा कि भारत में हजारों लोग ऑर्गन न मिल पाने के कारण मर जाते हैं। यदि लोग अपने ऑर्गन डोनेशन करने लगें तो हम असमय जाने वाली कई जानें बचा सकते हैं।