Omicron virus update: WHO का दावा, 89 देशों में फैल चुका है ओमीक्रोन, भारत में कुल मामले 150 के पार
By उस्मान | Updated: December 20, 2021 09:39 IST2021-12-20T09:37:44+5:302021-12-20T09:39:06+5:30

ओमीक्रोन
महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के छह और नए मामले सामने आने तथा ब्रिटेन से हाल में गुजरात लौटे 45 वर्षीय एक अनिवासी भारतीय और एक किशोर के भी कोरोना वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित पाये जाने के बाद भारत में इसके कुल मामले बढ़कर रविवार को 151 हो गए।
केंद्र और राज्य के अधिकारियों के अनुसार अब तक 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों-महाराष्ट्र (54), दिल्ली (22), राजस्थान (17), कर्नाटक (14), तेलंगाना (20), केरल (11), गुजरात (9), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) में ओमीक्रोन के मरीजों का पता चला है।
महाराष्ट्र में, स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रविवार को छह लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए और इसके साथ ही राज्य में इस स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 54 हो गई। इनमें से दो मरीजों ने तंजानिया की यात्रा की थी। वहीं, दो इंग्लैंड से लौटे हैं जबकि एक ने पश्चिम एशिया की यात्रा की। इनमें से सभी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
89 देशों में हो चुकी है ओमीक्रोन की पहचान
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि 89 देशों में ओमीक्रोन स्वरूप की पहचान की जा चुकी है और यह उन स्थानों पर डेल्टा स्वरूप की तुलना में तेजी से फैलता है, जहां संक्रमण का सामुदायिक स्तर पर प्रसार अधिक है। इसके मामले डेढ़ से तीन दिन में दोगुने हो जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी 'एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमीक्रोन (बी.1.1.529): टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शन्स फॉर मेंबर स्टेट्स' रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों को देखते हुए आशंका है कि ओमीक्रोन उन स्थानों पर डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का प्रसार अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ''16 दिसंबर 2021 तक, डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों में 89 देशों में ओमीक्रोन स्वरूप की पहचान की गई है। जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध होगा, ओमीक्रोन स्वरूप के बारे में वर्तमान समझ विकसित होती रहेगी।''
डेढ़ से तीन दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ओमीक्रोन डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है। यह सामुदायिक प्रसार वाले देशों में डेल्टा स्वरूप की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में इसके मामले दोगुने हो जाते हैं।