लाइव न्यूज़ :

तौलिए को नहीं धोने से हो सकती है गंभीर समस्या, सेहत पर पड़ सकता बुरा असर, जानें एक्सपर्ट्स की राय

By आजाद खान | Updated: June 25, 2023 15:37 IST

जानकारों के अनुसार, गंदे तौलिए में एक आम तरीके का संक्रमण पाया जाता है जिसे स्टैफ संक्रमण कहते है। इससे चेहरे पर फोड़े, सेल्युलाइटिस, दर्दनाक दाने, इम्पेटिगो, खुजली और लालिमा भी हो सकती है।

Open in App
ठळक मुद्देइस्तेमाल किया हुआ तौलिया साफ नहीं रहता है। इसमें कई सारे बैक्टीरिया, कवक और वायरस पाए जाते है। जानकार तौलिए को लेकर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।

Health Tips:  तौलिए का कई तरीके से इस्तेमाल होता है लेकिन जिस काम में इसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है वह है नहाने के बाद इससे शरीर को पोछा जाता है ताकि बदन की पानी सूख जाए। लेकिन क्या आपको पता है कि जो तौलिया आप अभी इस्तेमाल कर रहे हो वह कितना साफ है। जानकारों की अगर माने तो  हर दिन एक ही तौलिया का इस्तेमाल करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

ऐसे में तौलिए को लेकर क्या कहते है जानकार और कितने दिन बाद या कितनी बार इस्तेमाल करने के बाद आपको तौलिए को धोना चाहिए, आइए इन सब को एक बार फिर से जान लेते हैं। यही नहीं इससे जुड़े कई और सवालों के बारे में भी जान लेते है। 

क्या कहते है एक्सपर्ट्स

एक्सपर्ट्स की अगर माने तो तौलिये सूती माइक्रोफ़ाइबर से बने होते हैं, जो बहुत सारा पानी सोख लेते हैं और लंबे समय तक नम रहते हैं। ऐसे में यह नमी बैक्टीरिया, कवक और वायरस जैसे कीटाणुओं के लिए एक बेहतरीन प्रजनन भूमि बन कर सामने आते है। जानकार कहते है कि जब हम तौलिए को शरीर पर रगड़ते है तो इससे हमारे शरीर के डेड सेल्स तौलिए में चले जाते है और इससे जर्म को खाना मिलता है और इनकी संख्या बढ़ने लगती है। इससे आगे चल कर संक्रमण भी हो सकता है। 

अपने तौलिये कितनी बार धोना चाहिए?

ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि आपको अपने तौलिये कितनी बार धोने चाहिए? इसका जवाब है कि हर तौलिए को तीन या चार बार इस्तेमाल के ही धो लेना चाहिए। यही नहीं जिन तौलिए को जिम में यूज होता है उन्हें हर इस्तेमाल के बाद धोना चाहिए। ऐसे इसलिए क्योंकि जिम वाले तौलिए में काफी मात्रा में पसीने होते है और इससे ये वायुजनित बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाते है जिससे शरीर का नुकसान होता है। 

इसके अलावा यदि आपको एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्या से पीड़ित है तो आपको आगे की जलन को रोकने के लिए प्रत्येक उपयोग के बाद अपने तौलिये को धोना चाहिए।

तौलिए को बार-बार नहीं धोने से क्या होगा?

यदि आप अपने तौलिये बार-बार नहीं धोते हैं तो इससे कीटाणु आपकी त्वचा तक फैल सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। जो तौलिए गंदे होते है उन में एक आम तरह का संक्रमण पाया जाता है जिसे हम स्टैफ संक्रमण कहते है। जानकारों की अगर माने तो स्टैफ बैक्टीरिया आमतौर पर कई स्वस्थ लोगों की त्वचा पर या नाक में पाए जाते हैं। उनके अनुसार, अगर वे लोगों के शरीर की गहराई में अगर पहुंच जाए तो यह शरीर के लिए घातक हो सकता है। 

एक्सपर्ट्स की सलाह

बता दें कि स्टैफ संक्रमण से त्वचा पर फोड़े, सेल्युलाइटिस, दर्दनाक दाने, इम्पेटिगो, खुजली और लालिमा हो सकती है। यही नहीं कुछ मामलों में स्टैफ संक्रमण जीवन के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। ऐसे में जानकार यह सलाह देते है कि तौलिए से संबंधित संक्रमण को रोकने के लिए अपने तौलिए को बार-बार धोना बहुत जरूरी है। यही नहीं आपको दूसरों के साथ तौलिया साझा करने से भी बचना चाहिए खासकर ऐसे लोग जो बीमार हैं। 

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।) 

टॅग्स :हेल्थ टिप्सफिटनेस टिप्समेंस हेल्थ टिप्स इन हिंदीवीमेन हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत