आज है National Doctor’s Day, जानिए पहली बार कब और क्यों मनाया गया
By गुलनीत कौर | Published: July 1, 2019 09:48 AM2019-07-01T09:48:48+5:302019-07-01T09:48:48+5:30
नेशनल डॉक्टर्स डे हर साल 1 जुलाई को ही मनाया जाता है। यह दिन पश्चिम बंगाल के नामी डॉक्टर और यहां के मुख्यमंत्री भी रह चुके डॉ. बिधान चन्द्र रॉय की याद में मनाया जाता है।
हर साल जुलाई महीने की पहली तारीख को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। यह दिन सभी डॉक्टरों को धन्यवाद कहने के मकसद से मनाया जाता है। वे किस तरह से पूरी जिम्मेदारी के साथ मरीज की बीमारी को दूर करते हैं, उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लाते हैं, इसकी अहमियत को समझते हुए उन्हें एक दिन समर्पित किया जाता है। लेकिन पहले बार डॉक्टर्स डे कब और क्यूं मनाया गया, आइए जानते हैं:
नेशनल डॉक्टर्स डे इतिहास (National Doctor's Day history):
नेशनल डॉक्टर्स डे हर साल 1 जुलाई को ही मनाया जाता है। यह दिन पश्चिम बंगाल के नामी डॉक्टर और यहां के मुख्यमंत्री भी रह चुके डॉ. बिधान चन्द्र रॉय की याद में मनाया जाता है। डॉ. रॉय का जन्मदिन और मृत्यु दिवस दोनों ही 1 जुलाई को होता है। उनका जन्म 1 जुलाई, 1882 को हुआ और निशान इसी तारीख को सन् 1962 में हुआ। उनकी याद में सरकार द्वारा साल 1991 में 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाए जाने का ऐलान किया गया।
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कौन थे डॉ बिधान चन्द्र रॉय? (Who was Dr। Bidhan Chandra Roy):
डॉ. बिधान चन्द्र रॉय पश्चिम बंगाल के जाने माने चिकित्सक थे। उन्होंने आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में भी हिस्सा लिया था। वे पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे। डॉ। रॉय ने लगातार 14 सालों तक बतौर मुख्मंत्री पश्चिम बंगाल की जनता की सेवा की। वे 'ब्राह्मो समाज' के भी सदस्य थे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन में उनका बड़ा नाम था। उनकी इतनी सारी उपलब्धियों के चलते ही सरकार ने उनके नाम 'डॉक्टर्स डे' मनाने का फैसला किया।
नेशनल डॉक्टर्स डे 2019 की थीम (National Doctor's Day 2019 theme):
नेशनल डॉक्टर्स डे 2019 की थीम है - "Zero tolerance to violence against doctors and clinical establishment"। यानी देशभर के डॉक्टरों के प्रति होने वाले अत्याचारों और चिकित्सा से जुड़ी किसी भी गलत गतिविधि को बर्दाश्त ना किया जाए। यह थीम हर साल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा ही तय की जाती है। इस वर्ष डॉक्टरों के प्रति बढ़ रही नकारात्मक परिस्थिति को देखते हुए ही विभाग द्वारा इस तरह की थीम को रखे जाने का फैसला किया गया है।