Heart disease in women: महिलाओं को हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल से बचा सकते हैं ये 4 आसान काम

By उस्मान | Published: June 29, 2019 12:29 PM2019-06-29T12:29:58+5:302019-06-29T12:29:58+5:30

Heart disease in women: हृदय रोग को अक्सर पुरुषों के साथ जोड़कर देखा जाता है। आपको बता दें किन अमेरिका सहित कई देशों में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए हृदय रोग मृत्यु का सबसे आम कारण है।

Heart disease in women: tips for heart disease prevention in women, understand symptoms and risk factors in Hindi | Heart disease in women: महिलाओं को हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल से बचा सकते हैं ये 4 आसान काम

Heart disease in women: महिलाओं को हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल से बचा सकते हैं ये 4 आसान काम

हृदय रोग (Heart disease) को अक्सर पुरुषों के साथ जोड़कर देखा जाता है। आपको बता दें किन अमेरिका सहित कई देशों में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए हृदय रोग मृत्यु का सबसे आम कारण है। महिलाओं में हृदय रोग के कुछ लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग हो सकते हैं। सौभाग्य से, महिलाएं हृदय रोग के लक्षणों समय पर पहचानकर हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकती हैं। 

महिलाओं के लिए हार्ट अटैक के लक्षण (Heart attack symptoms for women)

महिलाओं में हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण छाती में किसी प्रकार का दर्द, दबाव या असहजता है। लेकिन यह हमेशा गंभीर या सबसे प्रमुख लक्षण नहीं होता है, खासकर महिलाओं में। कभी-कभी, महिलाओं को सीने में दर्द के बिना दिल का दौरा पड़ सकता है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में दिल के दौरे के कुछ लक्षण यह भी हैं- 

गर्दन, जबड़े, कंधे, ऊपरी पीठ या पेट की परेशानी, सांस में कमी, एक या दोनों बाहों में दर्द, उल्टी अथवा मितली, पसीना आना, चक्कर आना और असामान्य थकान। महिलाओं के लक्षण तब अधिक बार हो सकते हैं जब महिलाएं आराम कर रही हों, या तब भी जब वे सो रही हों। मानसिक तनाव भी महिलाओं में दिल के दौरे के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

महिलाओं में हृदय रोग के जोखिम कारक (Heart disease risk factors for women)

इसके लिए कई कोरोनरी धमनी रोग जिम्मेदार हो सकते हैं जिनमें कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, उच्च रक्तचाप और मोटापा शामिल हैं। इसके अलावा डायबिटीज, मेंटल स्ट्रेस, डिप्रेशन, स्मोकिंग, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, मेनोपॉज, ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, कीमोथेरेपी की कुछ दवाएं, रेडिएशन थेरेपी, प्रेगनेंसी की कुछ जटिलताएं आदि शामिल हैं। 

युवा लड़कियों को भी है हार्ट डिजीज का खतरा

एक्सपर्ट मानते हैं कि सिर्फ उम्रदराज महिलाओं को ही नहीं बल्कि सभी उम्र की महिलाओं को दिल की बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए। 65 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं, और विशेष रूप से हृदय रोग के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों को, हृदय रोग के जोखिम वाले कारकों पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है।

हृदय रोग के जोखिम को उईसे करें कम (What can women do to reduce their risk of heart disease)

महिलाएं हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए अपनी जीवनशैली में कई बदलाव कर सकती हैं, जिनमें नियमित रूप से व्यायाम करना, धूम्रपान छोड़ना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, स्वस्थ आहार खाना जिसमें जिसमें साबुत अनाज, विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां, कम वसा वाले या वसा रहित डेयरी उत्पाद और लीन मीट शामिल हों। इसके अलावा ट्रांस फैट, शक्कर और उच्च मात्रा में नमक से बचें।

Web Title: Heart disease in women: tips for heart disease prevention in women, understand symptoms and risk factors in Hindi

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