Monsoon Health Tips: बरसात के मौसम में बच्चों को अपना शिकार बनाती हैं ये बीमारियां, जानें इससे बचने के उपाय
By अंजली चौहान | Published: July 1, 2023 06:09 PM2023-07-01T18:09:04+5:302023-07-01T18:11:16+5:30
भारत में मानसून के मौसम के दौरान, दूषित पानी, अनुचित स्वच्छता और जलजनित बीमारियों के फैलने जैसे कारकों के कारण बच्चों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
Monsoon Health Tips: मानसून के मौसम में बारिश के दूषित पानी और संक्रमण के कारण बच्चों को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। बरसात के मौसम में बैक्टरिया और संक्रमण रोग बढ़ जाते हैं ऐसे में बच्चे इसका शिकार जल्दी होते हैं ऐसे में बच्चों का खास ध्यान रखना जरूरी है वरना ये दिक्कत बढ़ जाती है।
दस्त: यह मानसून के मौसम के दौरान सबसे आम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमणों में से एक है। बारिश के मौसम में बच्चों को दस्त लग जाते हैं जो कि दूषित पानी और खाने के कारण होता है।
टाइफाइड बुखार: टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी जीवाणु के कारण होता है। यह दूषित भोजन और पानी से फैलता है।
हेपेटाइटिस ए: हेपेटाइटिस ए एक वायरल संक्रमण है जो लीवर को प्रभावित करता है और पीलिया और तीव्र लीवर विफलता का कारण बन सकता है। यह दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है।
हैजा: हैजा विब्रियो कॉलेरी जीवाणु के कारण होने वाली एक तीव्र दस्त संबंधी बीमारी है। यह दूषित पानी या भोजन के सेवन से फैलता है। मानसून के दौरान बाढ़ और खराब स्वच्छता के कारण हैजा फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
हालांकि, इन सभी बीमारियों से बचा भी जा सकता है। अगर उचित सफाई रखी जाए तो ये सभी संक्रमण रोग आपके बच्चे से दूर रहते हैं।
1 साफ पीने का पानी: सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा स्वच्छ, सुरक्षित पानी पीता है। हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने के लिए पीने से पहले पानी उबालें या विश्वसनीय जल शोधक का उपयोग करें। अपने बच्चे को नल का पानी या अज्ञात स्रोतों से पानी देने से बचें।
2 साफ-सफाई का रखें ध्यान: अपने बच्चे को बरसात में बीमारियों से बचाने के लिए उन्हें अच्छी आदतें सिखाएं। उसे हाथ साफ करना और किसी गंदी चीज को छूने के बाद पानी से हाथ धोना सिखाए।
3 खाने को अच्छे से पकाएं: अपने बच्चे को कच्चे या अधपके खाद्य पदार्थ, विशेषकर समुद्री भोजन, मांस और अंडे देने से बचें। खाने से पहले फलों और सब्जियों को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें। ताजा तैयार भोजन खाने और बचे हुए या स्ट्रीट फूड से बचने की भी सलाह दी जाती है।
4 स्वच्छता: अपने घर में और उसके आस-पास अच्छी स्वच्छता प्रथाएँ बनाए रखें। रसोई और भोजन क्षेत्र को साफ और कीटों से मुक्त रखें। कूड़े-कचरे का उचित ढंग से निपटान करें और सुनिश्चित करें कि इसे संदूषण से बचाने के लिए ढका हुआ हो। साफ और स्वच्छ बर्तनों और खाद्य भंडारण कंटेनरों का उपयोग करें।
5 पानी को रुकने न दें: अपने घर के पास किसी भी रुके हुए पानी के स्रोत को हटा दें, क्योंकि वे मच्छरों और अन्य रोग पैदा करने वाले जीवों के लिए प्रजनन स्थल बन सकते हैं। मानसून के मौसम में मच्छर जनित बीमारियाँ जैसे डेंगू और मलेरिया प्रचलित हैं।
6 पर्याप्त पोषण: अपने बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए उसके लिए स्वस्थ और संतुलित आहार बनाए रखें। एक सुपोषित शरीर संक्रमणों से लड़ने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होता है।
7 चिकित्सकीय सहायता लें: यदि आपके बच्चे में दस्त, उल्टी, पेट दर्द या बुखार जैसे लक्षण विकसित हों, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। शीघ्र निदान और उपचार जटिलताओं और संक्रमण के प्रसार को रोक सकता है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सभी जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। इस लेख में दिए गए सुझाव की लोकमत हिंदी पुष्टि नहीं करता। किसी भी तरह की सलाह मानने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)