सुप्रीम कोर्ट ने एलजीबीटी कम्युनिटी को लेकर एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि भारत में दो वयस्कों के बीच समलैंगिक संबंध बनाना अब अपराध नहीं है। कोर्ट ने 158 साल पुरानी आईपीसी की धारा 377 के उस हिस्से को निरस्त कर दिया, जिसके तहत परस्पर सहमति से अप्राकृतिक यौन संबंध अपराध था। कोर्ट ने कहा है कि निजता और अंतरंगता निजी पंसद है। यौन प्राथमिकता जैविक और प्राकृतिक है। सहमति से समलैंगिक संबंध समनाता का अधिकार है।
एलजीबीटी का क्या मतलब होता है?
एलजीबीटी LGBT समुदाय को लेकर जब भी बात होती है, तो लोग सिर्फ लेस्बियन (lesbian), गे (gay), बाइसेक्सुअल (bisexual), ट्रांसजेंडर (transgender) की ही बात करते हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि यह कम्युनिटी इससे कहीं बड़ी है। समलैंगिक उसी तरह का जीवन बिताते हैं जैसा कि सामान्य लोग। यही वजह है कि उन्हें विषमलिंगियों के बीच पहचानना संभव नहीं होता है। चलिए जानते हैं कि एलजीबीटी कम्युनिटी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
LESBIAN समलैंगिक महिला को लेस्बियन कहा जाता है। लेस्बियन वो महिलाएं वो होती हैं, जो यौन और रूमानी तौर पर दूसरी महिलाओं के प्रति आकर्षित होती हैं। यानी ऐसी महिलाएं दूसरी महिलाओं से प्यार करने लगती हैं, यौन संबंध बनाना चाहती हैं और कई मामलों में उनसे शादी करके उनके साथ जीवन बिताना चाहती हैं।
GAY अंग्रेजी शब्द 'गे' का मूल अर्थ है 'प्रसन्नता'। आधुनिक उपयोग में, प्रायः इस शब्द को समलैंगिकों के लिए उपयोग किया जाता है जबकि इन दोनों शब्दों के बीच बहुत अधिक अंतर है। जहां 'समलैंगिक' का संबंध विशेष रूप से यौनिकता से होता है, वहीं शब्द 'गे' इनकी सामाजिक या राजनैतिक उपस्थिति दर्शाता है। जब कोई कहता है कि वो गे है तो उसका कहने का अर्थ होता है कि वो खुलासा कर रहा है कि वो अपने ही लिंग के प्रति आकर्षण महसूस करता है, इसका यह अर्थ नहीं है कि वो निश्चित रूप से अपने ही लिंग के व्यक्ति या इसी तरह के किसी व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखता है।
BISEXUAL बाइसेक्सुअल वो महिला और पुरुष हो सकते हैं जो दोनों प्रकार के लिंग वाले व्यक्तियों से संबंध रखते हैं। इसमें पुरुष और महिला दोनों ही के साथ शारीरिक, यौन और भावनात्मक आकर्षण और संबंध रखना शामिल है। इसमें द्विलिंगी व्यक्ति द्वारा जीवन में कभी भी, स्त्री या पुरुष या इनमें से किसी भी एक लिंग के प्रति दूसरे से अधिक या समान आकर्षण होना शामिल है।
TRANSGENDER ट्रांसजेंडर शब्द से उन लोगों के व्यवहार की व्याख्या होती है जो अपने जन्म से निर्धारित लिंग के विपरीत लिंग की भूमिका में जीवन बिताते हैं, लेकिन जो लोग किसी भी तरह के चिकित्सीय विकल्प को नहीं अपनाते, या वो लोग जो ट्रांससेक्सुअल होने की अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहते, वो स्वंय को दोनों लिंगों की बीच की कड़ी, या लिंग बदलाव के मध्य में मानते हैं।
QUEERइस शब्द का पहले क्वेश्चनिंग questioning के रूप में इस्तेमाल होता था। इसका मतलब ऐसे लोगों से हैं, जो अपनी यौन उन्मुखता या लिंग पहचान से अनिश्चित थे। बाद में कुछ लोगों ने इसे क्वीर शब्द के रूप में ही स्वीकार किया।
INTERSEXइसी तरह आई (I) को इंटरसेक्स Intersex के लिए यूज किया जाता है। यह वो व्यक्ति होते हैं जिन्हें जेनेटिक गड़बड़ी के कारण प्रजनन या यौन रचना के हिसाब से महिला या पुरुष के साथ फिट नहीं किया जा सकता है। उदहारण के लिए एक व्यक्ति बाहर से महिला लगे लेकिन अंदर से उसका शरीर पुरुष की तरह लगे। या फिर एक व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट की रचना सामान्य पुरुष और महिला के प्राइवेट पार्ट से मिलती जुलती हो।
PANSEXUALऐसी लोग जो सभी लिंग के लोगों की तरफ आकर्षित होते हैं। यानि ऐसा कोई व्यक्ति इस श्रेणी में आता है जो किसी व्यक्ति के लिंग पहचान के बावजूद उसके गुणों पर आकर्षित होता है।
ASEXUALऐसे व्यक्ति जिन्हें सेक्सुअल अट्रैक्शन कम होता है वो इस श्रेणी में आते हैं। हालांकि इनके बारे में पूरी तरह से यह नहीं कहा जा सकता है कि यह बिलकुल भी रोमांटिक नहीं होते हैं।
CISGENDERएक शब्द है जिसका वर्णन किसी व्यक्ति का लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति और जैविक लिंग सभी के लिए होता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई एक महिला पैदा करता है और जब वे बड़े हो जाते हैं, तो वे शुक्राणु होते हैं। यह उसी व्यक्ति के लिए जाता है जो एक पुरुष पैदा करता है और एक आदमी के रूप में पहचानता है।
GENDER NONCONFORMING ऐसे लोग जो मर्दाना या स्त्रीत्व से जुड़े पारंपरिक मानदंडों के बाहर लिंग व्यक्त करते हैं। इस तरह के सभी लोग ट्रांसजेंडर नहीं होते और कुछ ट्रांसजेंडर लोग परंपरागत रूप से मर्दाना या स्त्री तरीकों से लिंग व्यक्त करते हैं।