HIV पीड़ित महिला झील में कूदकर मरी, डर से ग्रामीणों ने खाली कराई झील, क्या इस पानी से एड्स हो सकता है?
By उस्मान | Published: December 6, 2018 01:38 PM2018-12-06T13:38:05+5:302018-12-06T13:38:05+5:30
पांच दिन पहले ही दुनियाभर में वोल्ड एड्स डे मनाया गया और लोगों को विभिन्न माध्यमों से एड्स के प्रति जानकारी दी गई। भारत में आए दिनों टीवी, अखबार और सोशल मीडिया पर विज्ञापनों के जरिए इस बीमारी को लेकर जानकारी दी जाती है। दुखद यह है कि इन सबके बावजूद लोगों में अभी भी एचआईवी को लेकर अज्ञानता है।
हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स दिवस मनाया जाता है जिसका उद्देश्य लोगों को खतरनाक बीमारी एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करना है। पांच दिन पहले ही दुनियाभर में यह दिवस मनाया गया और लोगों को विभिन्न माध्यमों से एड्स के प्रति जानकारी दी गई। भारत में सिर्फ वर्ल्ड एड्स डे पर नहीं बल्कि आए दिनों टीवी, अखबार और सोशल मीडिया पर विज्ञापनों के जरिए इस बीमारी को लेकर जानकारी दी जाती है और सरकार बड़े पैमाने पर कई बड़े कार्यक्रम भी चालाए जा रहे हैं।
दुखद यह है कि इन सबके बावजूद लोगों में अभी भी एचआईवी को लेकर अज्ञानता है। इसका ताजा उदाहरण कर्नाटक के हुबली जिले में देखने को मिला। जहां एक झील में एचआईवी संक्रमित महिला के आत्महत्या करने के बाद गांव के लोग उसे खाली करने में जुटे हैं। हुबली जिले के एक गांव में एचआईवी संक्रमित महिला ने एक हफ्ते पहले झील में कूद कर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद गांववाले पाइप लगाकर उस झील का पानी निकालने में जुटे हुए हैं। लोगों को डर है कि पानी के इस्तेमाल से उनमें एचआईवी/एड्स का संक्रमण फैल जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसा संभव है?
झील के पानी से किसी भी कीमत पर नहीं फैल सकता एचआईवी वायरस
इस संबंध में हमने एड्स हेल्पलाइन नंबर 1097 पर कॉल किया और इस सवाल का जवाब मांगा। एड्स हेल्पलाइन के अनुसार, इस मामले में झील के पानी के जरिए किसी दूसरे व्यक्ति में एचआईवी वायरस फैलने का कोई सवाल ही नहीं है। इसके कई कारण हैं। पहला, एचआईवी का वायरस पानी के अंदर चंद सेकंड में मर जाता है। दूसरा एचआईवी का वायरस पानी के जरिए किसी व्यक्ति में नहीं जा सकता है।
तीसरा, अगर उस महिला को झील में कूदते समय रक्तस्राव भी हुआ होगा, तो भी एचआईवी वायरस पानी में कुछ सेकंड के भीतर खत्म हो गया होगा। चौथा, एचआईवी वायरस सिर्फ खून से खून, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संपर्क बनाने, एचआईवी पीड़ित गर्भवती महिला से बच्चे को और संक्रमित व्यक्ति के लिए इस्तेमाल की गई सीरिंज से फैलता है।