ओमीक्रोन से बचाव के लिए पर्याप्त है कपड़े वाला मास्क? विशेषज्ञ क्या कहते हैं, जानिए
By विनीत कुमार | Published: December 25, 2021 02:19 PM2021-12-25T14:19:30+5:302021-12-25T14:19:30+5:30
ओमीक्रोन के मामले पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी इसके केस 400 के पार पहुंच गए हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या कपड़े वाला मास्क बचाव के लिए सही है?
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से पूरी दुनिया की चिंता बढ़ी हुई है। ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि दुनिया अब धीरे-धीरे कोरोना महामारी से बाहर निकलने की ओर है पर ओमीक्रोन की वजह से बड़ झटका लगा है। भारत में भी इस वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इसके 400 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
जानकार और डॉक्टर हिदायत दे रहे हैं कि मामला और खतरनाक स्तर पर पहुंचे, इससे पहले ही सभी को सावधान हो जाने की जरूरत है। कोवि़ड प्रोटोकॉल की सख्ती से पालन करने की गुजारिश लोगों से की जा रही है। इन सबके बीच सवाल ये भी उठ रहा है कि कपड़े वाले मास्क ओमीक्रोन से बचाव के लिए पर्याप्त है।
कपड़े वाला मास्क या N95 और K95, क्या सही?
कोविड -19 महामारी की प्रारंभिक लहर के दौरान दुनिया भर में स्वास्थ्य अधिकारियों ने आम जनता को N95 मास्क का उपयोग कम करने को कहा था। ऐसा इसलिए भी था क्योंकि डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए इसकी कमी होने लगी थी। कपड़े के मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया क्योंकि वे सस्ते और फिर से इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
हालांकि, अब अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन वेरिएंट को देखते हुए विशेषज्ञों ने N95 या K95 मास्क का ही उपयोग करने का सुझाव दिया है। इनकी कमी भी अब पहले की तरह नहीं है।
सीएनएन के अनुसार अमेरिका में जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी मिलकेन इंस्टीट्यूट स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में स्वास्थ्य नीति और प्रबंधन की विजिटिंग प्रोफेसर डॉ लीना वेन ने कहा, 'कपड़े के मास्क लगभग चेहरे की सजावट जैसे हैं। ओमीक्रोन के सामने उनकी कोई जगह नहीं है।'
डॉ वेन ने कहा कि वायरस से बचाव के लिए कम से कम थ्री-प्लाई सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ये डिस्पोजेबल मास्क स्थानीय मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होता है। आप इसके ऊपर कपड़े के मास्क पहन सकते हैं लेकिन केवल कपड़े के मास्क ठीक नहीं हैं।
क्य़ों बेहतर हैं KN95 या N95 मास्क?
अमेरिका के मैसाचुसेट्स डार्टमाउथ विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान के एक असोसिएट प्रोफेसर एरिन ब्रोमेज ने बताया, 'कपड़े के मास्क बड़ी बूंदों (ड्रॉपलेट्स) को फ़िल्टर कर सकते हैं, जबकि N95 या K95 मास्क बड़े और छोटे कणों दोनों को फ़िल्टर कर सकते हैं, जिस पर संभावित रूप से वायरस की मौजूदगी हो सकती है।'
अमेरिकी कांफ्रेंस ऑफ गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल हाइजीनिस्ट्स के अनुसार, कपड़े के मास्क में 75 प्रतिशत अंदर और बाहर जाने के रास्ते होते है। दूसरी ओर यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ द्वारा स्वीकृत एन95 मास्क हवा में 95 प्रतिशत तक कणों को फ़िल्टर कर सकते हैं।
डॉ वेन ने कहा कि जर्मनी और ऑस्ट्रिया जैसे देशों ने अपने मानकों को बदलते हुए कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर इस्तेमाल किया जाने वाला मास्क कम से कम एक मेडिकल-ग्रेड सर्जिकल मास्क ही होना चाहिए।