लाइव न्यूज़ :

धीरे-धीरे आपको Thyroid का मरीज बना देती हैं ये 7 चीजें, बुरी तरह जकड़ लेते हैं ये 30 रोग

By उस्मान | Updated: April 29, 2019 10:47 IST

Health tips in Hindi: थायरॉयड होने से आपको समय से पहले बाल सफेद होना, जल्दी बुढ़ापा आना, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर जैसे टाइप-1 डायबिटीज, मल्टीपल स्केलेरोसिस, रूमेटाइड आर्थराइटिस, सीलिएक डिजीज, एडिसन डिजीज, पीनस एनीमिया या विटिलिगो, बाइपोलर डिसऑर्डर, डाउन सिंड्रोम और टर्नर सिंड्रोम जैसे रोग हो सकते हैं।

Open in App

हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) को थायरॉयड (Thyroid) रोग भी कहा जाता है, जो आजकल एक आम बीमारी है। इस रोग के होने पर आपकी थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायरॉयड हार्मोन नहीं बनाती है। थायरॉयड ग्रंथि आपकी गर्दन के सामने के निचले हिस्से में होती है। ग्रंथि द्वारा जारी हार्मोन आपके रक्तप्रवाह के जरिये गुजरते हैं और दिल, दिमाग, मांसपेशियों और और त्वचा तक आपके शरीर के लगभग हर हिस्सों को प्रभावित करते हैं।

थायरॉयड इस चीज को कंट्रोल करता है कि आपके शरीर की कोशिकाएं भोजन से ऊर्जा का उपयोग कैसे करती हैं, इस प्रक्रिया को चयापचय भी कहा जाता है। आपका चयापचय आपके शरीर के तापमान, आपके दिल की धड़कन और कैलोरी बर्न करने की क्षमता आदि को प्रभावित करता है। जिस व्यक्ति में पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनता है, उसके शरीर की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसका मतलब है कि आपका शरीर कम ऊर्जा बनाता है, और आपका चयापचय सुस्त हो जाता है।

हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण (Symptoms of Hypothyroidism)

शरीर में थायरॉयड की कमी के कारण आपको मासिक धर्म चक्र में परिवर्तन, कब्ज, डिप्रेशन, सूखे बाल और बालों का झड़ना, रूखी त्वचा, थकान, ठंड के प्रति अधिक संवेदनशीलता, दिल की धड़कन कम होना, थायरॉयड ग्रंथि की सूजन (गण्डमाला), वजन बढ़ना या वजन कम करने में कठिनाई, कार्पल टनल सिंड्रोम, हाथ और पैरों का ठंडा रहना, अत्यधिक नींद आना, पीलिया, चेहरे पर सूजन, पेट फूलना और जीभ सूजना आदि समस्याएं हो सकती हैं।

हाइपोथायरायडिज्म के जोखिम (Risk factors of Hypothyroidism)

समय से पहले बाल सफेद होना, जल्दी बुढ़ापा आना, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर जैसे टाइप 1 डायबिटीज, मल्टीपल स्केलेरोसिस, रूमेटाइड आर्थराइटिस, सीलिएक डिजीज, एडिसन डिजीज, पीनस एनीमिया या विटिलिगो, बाइपोलर डिसऑर्डर, डाउन सिंड्रोम और टर्नर सिंड्रोम। 

हाइपोथायरायडिज्म के कारण (Causes of Hypothyroidism)

1) थायरॉयडिटिसहाइपोथायरायडिज्म का सबसे आम कारण हाशिमोटो (Hashimoto) का थायरॉयडिटिस (Thyroiditis) है। "थायराइडिटिस" थायरॉयड ग्रंथि की सूजन है। हाशिमोटो का थायरॉयडिटिस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। हाशिमोटो के साथ, आपका शरीर एंटीबॉडी का उत्पादन करता है जो थायरॉयड ग्रंथि पर हमला करता है और नष्ट करता है। वायरल संक्रमण के कारण भी थायराइडाइटिस हो सकता है।

2) गर्दन की रेडिएशन थेरेपीलिम्फोमा का कैंसर के इलाज में गर्दन के लिए रेडिएशन थेरेपी की जरूरत होती है। इससे थायरॉयड में कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। यह ग्रंथि के लिए हार्मोन का उत्पादन करना अधिक कठिन बनाता है।

3) कुछ मेडिसिनदिल की समस्याओं, मनोरोग स्थितियों और कैंसर के इलाज के लिए कुछ दवाएं कभी-कभी थायराइड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकती हैं। इनमें एमियोडेरोन (कॉर्डेरोन, पैकरोन), इंटरफेरॉन अल्फा, और इंटरल्यूकिन -2 शामिल हैं।

4) आयोडीन की कमीथायरॉयड हार्मोन का उत्पादन करने के लिए थायरॉयड को आयोडीन की आवश्यकता होती है। आपका शरीर आयोडीन नहीं बनाता है, इसलिए आपको इसे अपने आहार के माध्यम से प्राप्त करने की आवश्यकता है। आयोडीन में आयोडीन से भरपूर नमक होता है। आयोडीन के अन्य खाद्य स्रोतों में शंख, समुद्री मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद और समुद्री शैवाल शामिल हैं।

5) तनावअगर आप तनाव से पीड़ित हैं, तो आपको इस रोग के होने का ज्यादा खतरा हो सकता है। त ज्यादा तनाव ल जब तनाव का स्तर बढ़ता है तो इसका सबसे ज्यादा असर हमारी थायरायड ग्रंथि पर पड़ता है। यह ग्रंथि हार्मोन के स्राव को बढ़ा देती  है। 

6) गर्भावस्थाथायराइड का अगला कारण है गर्भावस्था, जिसमें प्रसवोत्तर अवधि भी शामिल है। गर्भावस्था एक स्त्री के जीवन में ऐसा समय होता है जब उसके पूरे शरीर में बड़े पैमाने पर परिवर्तन होता है, और वह तनाव ग्रस्त रहती है।  

7) मीनोपॉजमीनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति भी थायराइड का कारण है क्योंकि रजोनिवृत्ति के समय एक महिला में कई प्रकार के हार्मोनल परिवर्तन होते है। जो कई बार थायराइड की वजह बनती है।

टॅग्स :हेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यनागपुर विधानसभा सत्रः 176 खुदरा और 39 थोक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द, मंत्री नरहरि जिरवाल ने कहा-खराब गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री को लेकर एक्शन

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

स्वास्थ्य12 से 13 वर्ष, तंबाकू, शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन?, 8वीं, 9वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के 5900 से अधिक छात्रों से प्रश्न, सर्वेक्षण में खुलासा

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले