नहाते समय अधिकतर लोग प्राइवेट पार्ट्स साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं। क्या आप जानते हैं कि इससे धीरे-धीरे आप कई समस्याओं का शिकार हो सकते हैं। एक्सपर्ट भी इस बात को मानते हैं कि प्राइवेट पार्ट्स की सफाई के लिए साबुन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
प्राइवेट पार्ट्स पर नियमित रूप से साबुन लगाने से सीधे रूप से mucosal lining पर असर पड़ता है। इससे आपको कई समस्याएं हो सकती हैं जिनमें एनल फिशर, लाइकेन स्क्लेरोसस, क्रोनिक इन्फ्लेमेशन और इन्फेक्शन शामिल हैं। त्वचा वसामय ग्रंथियों (sebaceous glands) से जुड़ी है, जो सीबम नामक एक तैलीय पदार्थ का स्राव करती है, जो सूक्ष्मजीवों द्वारा आपकी त्वचा को वाटरप्रूफ और इन्फेक्शन से बचाने का काम करती है। आमतौर पर, सीबम का काम त्वचा को सूखने से बचाना है। क्योंकि इसके सूखने से आपको कई स्किन डिजीज हो सकती हैं।
आपकी आंत और त्वचा की तरह, योनि में भी ऐसे बैक्टीरिया होते हैं, जो इसे बचाने में मदद करते हैं। वास्तव में योनि में शरीर के किसी अन्य भाग की तुलना में अधिक बैक्टीरिया होते हैं, लेकिन गुड और बैड बैक्टीरिया में संतुलन होना चाहिए। लैक्टोबैसिली पीएच संतुलन को 4.5 से कम रखने में मदद करता है। यदि पीएच बढ़ जाता है और कम अम्लीय हो जाता है, तो योनि में संक्रमण हो सकता है, जिसमें बैक्टीरियल वेजिनोसिस या थ्रश भी शामिल है।
योनि को साफ करने के लिए आपको साबुन की जरूरत नहीं है क्योंकि डिस्चार्ज द्वारा इसकी सफाई होती रहती है। बेशक योनि की सफाई के लिए बाजार में कई तरह के उत्पाद मौजूद हैं लेकिन आपको उनके इस्तेमाल से बचना चाहिए। योनि की सफाई का सबसे बेहतर तरीका सिर पानी का इस्तेमाल सबसे बेहतर है।
नहाते समय कई लोग दो-तीन बार त्वचा पर साबुन लगाते हैं। और बालों में भी दो-तीन बार साबुन लगाते हैं। ऐसा करने से त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है। और बालों की जड़े कमजोर होकर बाल झड़ सकते हैं। इसलिए त्वचा पर एक बार ही साबुन लगाएं। और बालों में साबुन बिल्कुल नहीं लगाएं। बालों के लिए हमेशा शैंपू इस्तेमाल करें।