एक शोध के अनुसार भारत में हर एक मिलियन में लगभग 800 लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। देश में किडनी की बीमारी का प्रमुख कारण डायबिटिक नेफरोपैथी है। अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं, तो आपको अंगूर खाने शुरू कर देने चाहिए। कई अध्ययनों में इस बात का जिक्र किया गया है कि अंगूर में रेवेरेट्रोलोल नामक एक घटक पाया जाता है जो किडनी को स्वस्थ रखता है। डॉक्टर्स के अनुसार आप रोजाना एक गिलास अंगूर का जूस या रोजाना सिर्फ 15 अंगूर खाकर अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं।
अंगूर खाने से डैमेज हुई किडनी हो सकती है सही
एप्लाइड फिजियोलॉजी, न्यूट्रीशन एंड मेटाबोलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अंगूर के बीज और छिलके में पाए जाने वाले यौगिक हाई फैट की वजह से किडनी में होने वाले नुकसान को सही किया जा सकता है। मोटापे से पीड़ित लोगों को किडनी डैमेज का अधिक खतरा होता है क्योंकि इससे किडनी के कॉपर में कमी हो सकती है।
किडनी की बीमारी से बचा जा सकता है
किडनी को ब्लड की सही तरह सप्लाई नहीं होने की वजह से लगभग 50 फीसदी लोग एक्यूट रेनल फेलियर से पीड़ित हैं जिसे इस्कीमिया के रूप में जाना जाता है। अंगूर एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण के साथ-साथ रेजवेरेटोल यौगिक होता है जो इस्कीमिया के कारण होने वाले नुकसान का खतरा कम करता है।
किडनी के कामकाज में गड़बड़ी से राहत
ईरानी शोधकर्ताओं ने पाया है कि दो हफ्तों तक रोजाना 50 मिलीग्राम अंगूर खाने से इस्कीमिया की वजह से बाधित होने वाले किडनी के कामकाज को सही करने में मदद मिलती है।