पेशाब के समय यह एक गलती बना देगी किडनी पथरी, यूटीआई जैसे 7 रोगों का मरीज, लड़कियां होशियार
By उस्मान | Updated: September 24, 2019 07:18 IST2019-09-24T07:18:20+5:302019-09-24T07:18:20+5:30
आपको बता दें कि नॉर्मली ब्लैडर की कैपेसिटी 16 औंस (दो कप) पेशाब रखने की होती है और बच्चों में कम होती है। इससे ज्यादा पेशाब इकट्ठा होने से ब्लैडर में खिंचाव होता है और अक्सर ऐसा करते रहने से सेहत को खतरा हो सकता है। अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं ऐसा ज्यादा करती हैं।

पेशाब के समय यह एक गलती बना देगी किडनी पथरी, यूटीआई जैसे 7 रोगों का मरीज, लड़कियां होशियार
काम में बीजी रहने, कोई दिलचस्प काम करते समय या फिर सही जगह नहीं मिलने के कारण बहुत से लोग लंबे-लंबे समय तक पेशाब को रोककर रखते हैं। क्या आप जानते हैं कि देरी तक पेशाब को रोकना आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकती है? आपको बता दें कि नॉर्मली ब्लैडर की कैपेसिटी 16 औंस (दो कप) पेशाब रखने की होती है और बच्चों में कम होती है। इससे ज्यादा पेशाब इकट्ठा होने से ब्लैडर में खिंचाव होता है और अक्सर ऐसा करते रहने से सेहत को खतरा हो सकता है। अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं ऐसा ज्यादा करती हैं। अगर आपकी भी ऐसी आदत हैं तो जान लीजिए कि इस आदत से स्वास्थ्य को बहुत नुकसान हो सकते हैं।
1) किडनी को नुकसान
ऐसा करने से यूरिनरी ब्लेडर, किडनी या पेशाब की नली में जलन और सूजन की समस्या हो सकती है। यह किडनी के लिए बेहद हानिकारक है। अगर आपको अक्सर किडनी में दर्द की समस्या रहती है, तो संभव हो आप यह गलती कर रहे हों।
2) किडनी की पथरी
लंबे समय तक पेशाब को रोककर रखने से किडनी के कामकाज पर असर पड़ता है और उसकी उसकी कार्यक्षमता कम होने लगती है। यह किडनी में पथरी यानि किडनी स्टोन या किडनी संक्रमण का कारण बन सकता है।
3) यूटीआई
कुछ मामलों में, बहुत लंबे समय तक पेशाब रोकने से बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं और आपको मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) हो सकता है। हालांकि इस मामले में अभी शोध की कमी है लेकिन कई डॉक्टर इससे बचने की सलाह देते हैं।
4) मूत्राशय में खिंचाव
लंबे समय तक पेशाब को रोककर रखने से ब्लैडर यानी मूत्राशय में खिंचाव हो सकता है। इससे मूत्राशय को सामान्य रूप से पेशाब करने और जारी करना मुश्किल हो सकता है।
5) पेल्विक मसल्स के डैमेज होने का खतरा
बार-बार पेशाब को रोककर रखने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को नुकसान पहुंच सकता है। इन मांसपेशियों में से एक यूथेरियल स्फिंक्टर है, जो मूत्र को बंद रखने के लिए मूत्रमार्ग को बंद रखता है। इस मांसपेशी को नुकसान पहुंचाने से मूत्र असंयम हो सकता है।
6) शरीर में गंदगी जमा होने का खतरा
शरीर की अशुद्धियों को पेशाब के जरिये बाहर निकाला जाता है। अगर सही समय पर पेशाब नहीं किया, तो शरीर में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है, जो सबसे ज्यादा किडनी को प्रभावित करता है।
7) ब्लैडर में सूजन
ऐसा करने से ब्लेडर में सूजन आने का खतरा बढ़ जाता है और डिस्चार्ज के दौरान तेज दर्द होने की समस्या हो सकती है। हालांकि इससे ब्लैडर का फटने का खतरा नहीं होता है। यह केवल एक मिथक है।


