पनीर, मक्खन और दूध जैसी फैट वाली चीजों से नहीं बढ़ता हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा
By उस्मान | Published: July 13, 2018 01:54 PM2018-07-13T13:54:25+5:302018-07-13T13:54:25+5:30
अगर आप भी दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं तो आपको डेयरी प्रोडक्ट्स को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।
दिल के रोगों का फैलाव बड़ी तेजी के साथ हो रहा है। खासकर भारत जैसे विकासशील देशो में यह बीमारी हर साल लाखो लोगों की जान ले लेती है। लगातार ब्लड प्रेशर बने रहने से हृदय में अतिरिक्त दबाव बना रहता है जिससे हृदय रोग होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके अलावा डायबिटीज भी ह्रदय रोगों को बढ़ाने वाला तथा उसको और भी ज्यादा विकराल बना देता है। ऐसा माना जाता है कि डेयरी प्रोडक्ट्स से दिल से जुड़ी संबंधी समस्याओं का खतरा होता है लेकिन अगर आप भी दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं तो आपको डेयरी प्रोडक्ट्स को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि विशुद्ध रूप से दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, मक्खन या पूरी तरह वसा युक्त दूध, ह्रदय रोग या दिल का दौरा पड़ने के कारण असमय होने वाली मृत्यु के जोखिम को नहीं बढ़ाते हैं।
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एक नए अध्ययन में दुध युक्त उत्पादों के वसा और दिल की बीमारियों से होने वाली मौत के बीच कोई खास संबंध नहीं देखा गया।
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इसके उलट ये वसा गंभीर तरह के ह्रदय आघात से सुरक्षा मुहैया कराते हैं।
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अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के शोधकर्ताओं ने बताया कि हमारी खोज न सिर्फ इस बात का समर्थन करती है बल्कि उन प्रमाणों को भी मजबूती देती है जिनके मुताबिक डेयरी फैट बुजुर्गों में दिल की बीमारी होने या जल्दी मौत होने के खतरे को नहीं बढ़ाता है जो लोक मान्यता के ठीक उलट है।
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इस अध्ययन में करीब 22 सालों तक डेयरी फैट में मौजूद वसायुक्त अम्ल (फैटी एसिड) का दिल की बीमारी या मृत्यु कारकों के संबंध को देखने के लिए कई बायोमार्करों का अध्ययन किया गया। इनमें से किसी भी फैटी एसिड का कुल मृत्यु दर से कोई खास संबंध नहीं देखा गया।
(फोटो- पिक्साबे)