गूगल समय-समय पर अपने डूडल के जरिए महान लोगों को याद करता रहता है। गूगल ने आज अपने डूडल को केमिस्ट्री(रसायन) सेक्टर में महत्वपूर्ण खोज करने वाले डैनिश साइंटिस्ट एसपीएल सॉरेन्सन को समर्पित किया है। सॉरेन्सन ने रसायन क्षेत्र में pH स्केल की खोज की थी। इससे किसी पदार्थ की अम्लीय मात्रा को मापा जाता है। pH स्केल एक यूनिवर्सल इंडिकेटर होता है। यह किसी पदार्थ की pH वैल्यू को बताता है। किसी पदार्थ की pH वैल्यू 0 से 14 तक हो सकती है। अगर किसी पदार्थ की वैल्यू 0 से 7 के बीच में होती है तो उसे एसिडिक माना जाता है और इससे ऊपर की वैल्यू पर इसे क्षारीय माना जाता है। 7 पीएच वैल्यू वाले पदार्थ को न्यूट्रल माना जाता है।
क्या खास है डूडल में
डूडल पर प्ले का एक ऑप्शन है जिसे प्ले करने पर आपको सॉरेन्सन की एक कार्टून पिक्चर दिखाई देगी। प्ले करने पर एक ऐनिमेशन चलता है और यह डूडल अलग-अलग पदार्थों की pH वैल्यू दिखाता है।
कौन थे सॉरेन्सन
सॉरेन्सन का जन्म 9 जनवरी 1868 को डेनमार्क के हावरेबर्ग शहर में हुआ था। S.P.L. सॉरेन्सन का पूरा नाम सॉरेन पेडर लॉरिट्ज सॉरेन्सन है। सॉरेन्सन की मृत्यु 12 फरवरी 1939 को हुई थी।
क्या होता है pH स्केल
हर एक पदार्थ अम्लीय, क्षारीय या न्यूट्रल होता है। pH स्केल एक तरह का यूनिवर्सल इंडिकेटर होता है। यह किसी पदार्थ की pH वैल्यू बताता है। pH 0 से 14 तक हो सकता है। अगर पीएच वैल्यू 7 से कम यानी 6 तक होती है तो पदार्थ को अम्लीय यानी ऐसिडिक समझा जाता है और 8 से 14 तक पीएच वैल्यू वाले को क्षारीय माना जाता है। 7 पीएच वैल्यू पदार्थ को न्यूट्रल माना जाता है। यह जितना नीचे की ओर जाएगा उतना ज्यादा अम्लीय और जितना ज्यादा पीएच वैल्यू उतना ज्यादा क्षारीय पदार्थ होगा। जैसे अगर किसी पदार्थ का पीएच वैल्यू 1 है तो इसका मतलब वह बहुत ज्यादा अम्लीय है और 14 पीएच वैल्यू है तो इसका मतलब वह बहुत ज्यादा क्षारीय है। अम्लीय पदार्थ का स्वाद आमतौर पर खट्टा होता है और क्षारीय का कसैला होता है।
मानव शरीर के लिए पीएच लेवल मेंटेन रखना क्या जरूरी है?
अच्छी सेहत के लिए शरीर पीएच को नियंत्रित करने का काम करती है। अलग-अगल अवयव, कोशिकायें और अंगों का पीएच स्तर अलग-अलग होता है। यह उनके शारीरिक भूमिका के आधार पर तय होता है। आपके शरीर के किस अंग का पीएच स्तर कितना है यह आपके आहार, व्यायाम और दवाओं के स्तर पर निर्भर करता है। व्यायाम और आहार का प्रकार आपके पीएच स्तर में बदलाव लाने का काम कर सकता है. रासायनिक भाषा में बात करें तो एसिड वे अणु होते हैं, जिनमें मौजूद अतिरिक्त प्रोटोन्स डोनेट किये जा सकते हैं। वहीं क्षार अतिरिक्त प्रोटीन स्वीकार कर सकते हैं। पीएच का स्तर 0 से 14 के बीच मापा जाता है। स्वच्छ पानी में पीएच का स्तर 7 होता है। और क्षार में यह स्तर 7 से 14 के बीच हो सकता है रिपोर्ट के मुताबिक मानव शरीर में पीएच का स्तर 7.4 होता है जो इसे थोड़ा क्षारीय बनाता है। पीएच स्तर यदि असामान्य हो जाए, तो आपकी सेहत को कई समस्यायें हो सकती हैं। शरीर के अंगों और एंजाइम्स को सही प्रकार से काम करने के लिए पीएच स्तर सही होना बहुत जरूरी है। इसके स्तर में कमी या अधिकता होना एंजाइम्स और मेटाबॉलिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकता है।
(फोटो- पिक्साबे)