यूरोपीय संघ के औषधि नियामक ने एक परामर्श जारी करके कोविड-19 के इलाज में फाइजर की गोलियों के इस्तेमाल की सलाह दी है। संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच नियामक ने यह सलाह उन देशों को दी है जो गोलियों के आधिकारिक रूप से बाजार में आने से पहले उसका उपयोग करना चाहते हैं।
यूरोपीय औषधि एजेंसी ने कहा कि 27 सदस्य राष्ट्रों वाले यूरोपीय संघ में अभी तक इस गोली के उपयोग को मान्यता नहीं मिली है, लेकिन ‘‘उन वयस्कों के कोविड-19 के इलाज में इसका उपयोग किया जा सकता है, जिन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं है और जिनके और ज्यादा बीमार होने का खतरा है।’’ एजेंसी ने कहा कि फाइजर की ये गोलियां संक्रमण की पुष्टि होने के तुरंत बाद और लक्षण सामने आने के पांच दिनों के भीतर दी जानी चाहिए।
कुछ दिनों पहले खबर आई कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ फाइजर/बायोएनटेक टीके की दो खुराक महज 33 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करती हैं, लेकिन यह अस्पताल में भर्ती होने की दर 70 प्रतिशत कम कर देता है। इस बारे में दक्षिण अफ्रीका में व्यापक स्तर पर किया गया एक विश्लेषण जारी किया गया।
यह क्षेत्र में टीके की प्रभाव क्षमता के विश्लेषण के बारे में क्षेत्र में व्यापक स्तर पर किया गया प्रथम विश्लेषण है। यह विश्लेषण, कोविड-19 जांच में 2,11,000 से अधिक मामलों की पुष्टि होने पर आधारित है। इनमें फाइजर टीके की दो खुराक लगा चुके 41 प्रतिशत वयस्क आबादी शामिल है। इनमें से जांच के 78,000 पॉजिटिव नतीजे 15 नवंबर से सात दिसंबर के बीच के हैं जो ओमीक्रोन से संबद्ध हैं।
यह अध्ययन दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े निजी बीमाकर्ता डिस्कवरी हेल्थ और साउथ अफ्रीकन मेडिकल रिसर्च काउंसिल ने किया है। दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में वैज्ञानिकों द्वारा नवंबर में पहली बार ओमीक्रोन स्वरूप की घोषणा किये गये जाने के बाद से यह अध्ययन किया गया।