ठंड में इन गलतियों से करें परहेज वरना पड़ सकता है भारी, जानें हार्ट अटैक के कारण-बचने का तरीका
By आजाद खान | Published: November 10, 2022 06:26 PM2022-11-10T18:26:08+5:302022-11-10T20:17:35+5:30
जानकारों की माने तो ठंड में सुबह के वक्त हर्ट अटैक के ज्यादा मामले सामने आते है। ऐसा इसलिए क्योंकि सुबह में बाहर का तापमान गिर जाने से शरीर का तापमान भी कम हो जाता है।
Heart Attack In Winter: सर्दियां आते ही हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इस सीजन में इंफेक्शन, सर्दी-खांसी, बुखार समेत हार्ट अटैक का भी रिस्क बढ़ा रहता है। ऐसे में ठंड के मौसम में अपना ज्यादा ख्याल रखना चाहिए।
यूरोपियन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, इस सीजन में ज्यादा हार्ट अटैक उन लोगों को आता है जिनका वजन ज्यादा होता है। यही नहीं जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उन में भी हर्ट अटैक का खतरा 30 फीसदी ज्यादा बढ़ जाता है।
ठंड में ऐसे होते है हार्ट अटैक
अकसर सर्दी के मौसम में ऐसा देखा गया है कि खून की नसें सिकुड़ जाती है जिस कारण इससे दवाब बढ़ जाता है। ऐसे में इस कारण आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है जिससे दिल की दौरा आता है।
जानकारों की माने तो इस सीजन में खून के थक्के जम जाते है जो दिल के दौरा का एक कारण भी बन जाता है। यही नहीं एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि ठंड में दिल का दौरा ज्यादा कर सुबह में होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सुबह में बाहर का तापमान गिर जाने से शरीर का तापमान भी कम हो जाता है। ऐसे में इसे बराबर करने के लिए ब्लड प्रेशर बढ़ता है जो दिल के दौरे का कारण भी बनता है।
ऐसे रखे खुद का ख्याल
बताया जाता है सर्दियों में लोगों को अपना खूब ख्याल रखना चाहिए। जो लोग अपना ख्याल रखा करेंगे, उन्हें छोटी-मोटी बीमारियां समेत बड़ी बीमारी जैसे हर्ट अटैक नहीं होगा। ऐसे में आप इस परेशानी से बचने के लिए नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो करें।
1. सर्दी में सुबह-सुबह न टहले, अगर जाना ही है तो 9 बजे के बाद जाएं।
2. इसके खतरे से बचने के लिए नमक का कम सेवन करें।
3. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा समय धूप में बैठें।
4. हर रोज एक्सरसाइज भी किया करें।
5. ठंड में अपने डाइट का रखे ख्याल, तला-भुना और मीठा खाना से बचे।
6. अपने ब्लड प्रेशर रेगुलरली चेक करें खास कर वे लोग जिनका बीपी हाई रहता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)