खाने के इन रंगों में छिपे हैं कई पोषक तत्व, जानें सेहत से जुड़े इनके फायदे
By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Published: October 13, 2018 10:30 AM2018-10-13T10:30:06+5:302018-10-13T10:30:06+5:30
पोषक तत्त्वों की कमी को पूरा करने के लिए एक रंग की नहीं बल्कि कई रंगों की सब्जियां खानी जरूरी हैं।
यह हम सभी जानते हैं कि सेहतमंद रहने के लिए हरी सब्जियां खानी चाहिए पर बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि पोषक तत्त्वों की कमी को पूरा करने के लिए एक रंग की नहीं बल्कि कई रंगों की सब्जियां खानी जरूरी हैं।
लाल: कुछ पोषक तत्त्व जैसेकि ऐंथोसाइनिन, लाइकोपीन, पोटैशियम, विटामिन ए व सी और इलैक्ट्रोलाइटिस लाल रंग के फलों सब्जियों में पाया जाता है। चैरी, तरबूज, टमाटर, अनार, चुकंदर जैसे फलों और सब्जियों को सलाद में या फिर स्मूदी में मिश्रित किया जा सकता है।
लाल चुकंदर में दिल के लिए सेहतमंद पोषक तत्त्व होते हैं, जो आंखों और प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर करने, कोलैस्ट्रोल घटाने और त्वचा को धूप का ज्यादा प्रतिरोधी बनाने में मदद करते हैं। टमाटर में भी ऐंटीऑक्सिडैंट्स मौजूद होते हैं, जो कैंसर के कारण फ्रीरैडिकल्स को शरीर के तंत्रों को नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं।
नारंगी: बीटा कैरोटिन एक पीला, नारंगी कैरोटिनौइड है, जो खट्टे फल- पपीता, खूबानी, गाजर, कद्दू जैसे नारंगी रंग के फलों और सब्जियों में प्रचुरता में पाया जाता है। बीटा कैरोटिन को विटामिन ए में बदल दिया जाता है, जो नजर वृद्धि और शरीर की कोशिकाओं के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है। यह नुकसानदायक यूवी किरणों से भी शरीर की सुरक्षा करता है। संतरा और कद्दू विटामिन सी के प्रमुख स्नेत हैं।
पीला: पीली मिर्च, मक्का, नीबू, आम, केला, अनन्नास, पीला अमरूद, पीला सेब जैसे पीले रंग के फलों और सब्जियों के साथ अपनी सेहत बनाएं। अपने दैनिक आहार में पाचनतंत्र को बेहतर करना हो या फिर त्वचा विकार को ठीक करना हो पीले फल और सब्जियां खाना फायदेमंद होते हैं। नीबू में विटामिन सी और सिट्रिक ऐसिड होता है। आम विटामिन ए से परिपूर्ण होता है।
हरा: हरे खाद्य पदार्थ सब से सेहतमंद होते हैं और इन्हें अपने खाने में विभिन्न प्रकार से मिलाया जा सकता है। पालक, बाकला, मटर, पत्तागोभी, ब्रोकली, तुरई, शतावर, खीरा, चुकंदर, भिंडी, अजवायन पत्ती आदि बेहद पोषक उत्पाद हैं। इन में शर्करा बहुत कम मात्र में तो फाइबर प्रचुर मात्र में होता है। हरे फूड्स खून में शुगर के स्तर को व्यवस्थित करते हुए फाइटोन्यूट्रिऐंट्स के स्नेत होते हैं।
नीला बैंगनी: ब्लूबैरी, अंगूर, आलूबुखारा, बैगन और गोभी में ऐंथोसाइनिंस नामक फाइटोकैमिकल्स होते हैं, जो कार्डियोवैस्क्युलर सेहत को बेहतर करते हैं। ये फूड्स कुछ निश्चित कैंसर और स्ट्रोक्स को रोकने में भी मदद करते हैं। ज्यादा ऐंथोसाइनिंस खाना टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करता है। नीले और बैगनी फलों और सब्जियों में विटामिन सी व के, फाइबर, मैगनीज प्रचुर मात्र में होते हैं।
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सफेद: सफेद फूड प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर करता है। इस फूड में बीटा ग्लूकैंस होते हैं, जो श्वेत रक्तकोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाते हैं और कोशिकीय संघटन को बेहतर करते हैं। सफेद फूड्स में ईजीसीजी नामक एक ऐंटीऔक्सिडैंट भी होता है, जो कैंसर के इलाज में प्रभावी होता है।
केला, गोभी, सेब, मटर, आलू, मशरूम आदि नियमित खाने चाहिए। नियमित केला खाने से मूड बेहतर होता है और बी6 व पोटैशियम की प्रचुर मात्र की वजह से यह दिल की बीमारी से भी बचाता है।