लाइव न्यूज़ :

खून बढ़ाने के उपाय : खून की कमी से हो सकते 3 गंभीर रोग, तुरंत खाना शुरू कर दें ये 25 चीजें

By उस्मान | Updated: February 24, 2020 12:17 IST

Diet tips for anemia : खून की कमी होने पर सांस फूलना, हाथ-पैरों में कमजोरी, सिरदर्द, घबराहट, त्वचा में पीलापन, त्वचा में सूखापन, बालों का झड़ना, मुंह में सूजन, जीभ के छाले आदि का सामना करना पड़ सकता है

Open in App

ऐसा माना जाता है शरीर में खून की मात्रा वजन के 7 प्रतिशत के बराबर होनी चाहिए। अगर वजन, लिंग और उम्र के अनुसार शरीर में खून की मात्रा बराबर रहती है, तो आप ऊर्जावान महसूस करेंगे लेकिन खून का लेवल कम रहने पर आप हमेशा थकान, कमजोरी, सुस्ती या अस्वस्थ महसूस करेंगे।  

सवाल यह है कि शरीर में खून की कमी क्यों होती है और खून की कमी होने से क्या नुकसान हो सकते हैं? शरीर में खून की कमी तब होती है, जब पोषक तत्व आयरन की कमी होने लगती है। इसके कम होने से लाल रक्त कोशिकाएं कम होने लगती हैं। क्योंकि हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन की जरूरत होती है। यह लाल रक्त कोशिकाओं में एक प्रोटीन जो उन्हें शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाने में सक्षम बनाता है।

खून की कमी होने से आपको यह बीमारियां हो सकती हैं

एनीमियाशरीर में खून की कमी होने से नै रक्त कोशिकाओं का उत्पादन होना बंद हो जाता है जिससे जिससे इंसान के शरीर में एनीमिया की बीमारी जन्म ले लेती है। इसके होने से आपको थकान, कमजोरी, सुस्ती, नाखूनों का सफेद होना और बालों का झड़ना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। यही वजह है कि इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए और डाइट में बदलाव करना चाहिए। 

ब्लड प्रेशरशरीर में खून की कमी होने पर शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अनियंत्रित हो जाता है। जिससे ब्लड प्रेशर की बीमारी होती है। इसके साथ ही इंसान का शरीर अस्वस्थ हो जाता है। इसके होने पर आप अक्सर कमजोरी, चक्कर महसूस होना, थकान रहना और उल्टी या मतली जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। इसलिए खून की कमी होने पर डॉक्टर की सलाह लें और आयरन युक्त आहार का सेवन करें। 

मेंटल डिसऑर्डरशरीर में खून की कमी होना काफी खतरनाक होता हैं। इससे दिमाग का न्यूरो सिस्टम सही तरीकों से कार्य नहीं करता हैं। जिससे इंसान को मानसिक परेशानी होने लगती हैं। दिमाग में तनाव और डिप्रेशन की समस्या जन्म ले लेती हैं और इंसान खुद को ऊर्जाहीन महसूस करता हैं।

खून की कमी या एनीमिया के लक्षण

शरीर में खून की कमी के लक्षणों में मुख्यतः थकान, फीका चेहरा, दर्दनाक पीरियड्स, सांस फूलना, दिल की धड़कन बढ़ना, हाथ-पैरों में कमजोरी, सिरदर्द, घबराहट, त्वचा में पीलापन, त्वचा में सूखापन, बालों का झड़ना, मुंह में सूजन, जीभ के छाले, नाखूनों का भंगुर होना, भूख में कमी, हाथ-पैरों का ठंडा होना, बार-बार इन्फेक्शन होना आदि शामिल हैं। 

खून की कमी दूर करने के लिए खायें ये चीजें

नेशनल एनीमिया एक्शन काउंसिल के अनुसार, आयरन की कमी हीमोग्लोबिन लेवल कम होने का सबसे बड़ा कारण है। यही वजह है कि एक्सपर्ट आयरन से भरपूर चीजें जैसे कलेजी, लाल मांस, झींगा, टोफू, पालक, बादाम, खजूर, मसूर, अनाज, बादाम, कस्तूरी, गाजर और शतावरी खाने की सलाह देते हैं।

इसके अलावा आप आयरन सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। इनके अलावा आपको अजमोद, केल, तुलसी, सरसों का साग, पालक, गाजर, किशमिश, बीन्स, पपीता, पपीते की पत्तियां, लहसुन, अनार, ब्रोकोली, अजवाइन, शतावरी, भिंडी और गोभी जैसी चीजें शामिल हैं।

टॅग्स :हेल्थ टिप्सहेल्थी फूडडाइट टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यनागपुर विधानसभा सत्रः 176 खुदरा और 39 थोक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द, मंत्री नरहरि जिरवाल ने कहा-खराब गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री को लेकर एक्शन

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

स्वास्थ्य12 से 13 वर्ष, तंबाकू, शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन?, 8वीं, 9वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के 5900 से अधिक छात्रों से प्रश्न, सर्वेक्षण में खुलासा

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले